किसानों की जमीन हड़पने की साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा - राकेश टिकैत
चौसा में निर्माणधीन बक्सर थर्मल प्लांट परिसर में किसानों के हक के लिए शनिवार को किसान सभा का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के कई वरीय नेता शामिल हुए तथा किसानों को उनका हक दिलवाने की हुंकार भरी।

-- बोले राकेश टिकैत किसानों की समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो पूरे देश में आयोजित होगा धरना प्रदर्शन
-- सांसद सुधाकर सिंह ने कहा कि नवी नगर की तर्ज पर यहां भी उचित दर से मुआवजा मिलना चाहिए
केटी न्यूज/बक्सर
चौसा में निर्माणधीन बक्सर थर्मल प्लांट परिसर में किसानों के हक के लिए शनिवार को किसान सभा का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के कई वरीय नेता शामिल हुए तथा किसानों को उनका हक दिलवाने की हुंकार भरी।
अपने संबोधन में राष्ट्रीय किसान नेता राकेश टिकैत ने कहां कि केंद्र और किसानों की जमीन हड़पने की साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिहार के लोग सॉफ्ट टारगेट बनाए जा रहे हैं। सरकार चाहती है कि यहां के लोग मजदूर बनें, पलायन करें और अपनी ही जमीन से बेदखल हो जाएं। उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार को चेतावनी दी और कहा कि किसानों का शोषण व उनकी जमीन को हड़पने की साजिश बंद नहीं हुई तो जल्दी ही राष्ट्रीय स्तर पर किसान आंदोलन किया जाएगा तथा देशभर में धरना प्रदर्शन कर सरकार की चूले हिला दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि चौसा में जमीन छीनने का एक संगठित षड्यंत्र रचा गया है, जिसमें बाईपास, हाइवे व अन्य परियोजनाओं और बड़ी-बड़ी कंपनियों के माध्यम से किसानों की भूमि छीनी जा रही है। सरकार विभिन्न परियोजनाओं की आड़ में किसानों को उनके हक से वंचित कर रही है।
टिकैत ने कहा कि इससे पहले भी वह दो बार बक्सर आ चुके हैं और यहां के किसानों की आवाज दिल्ली तक पहुंची है। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा, हम साफ तौर पर कहना चाहते हैं कि भूमि अधिग्रहण मुफ्त में नहीं होगा। किसानों को उनका उचित मुआवजा और अधिकार मिलना चाहिए। अगर किसानों की जमीन जबरन ली गई, तो इसके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा। उन्होंने किसानों से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि संघर्ष के बिना अधिकार नहीं मिलते, और यह लड़ाई सिर्फ बक्सर की नहीं, पूरे देश के किसानों की है।
-- किसानों की छोटी मांग को 10 वर्षों में भी पूरा नहीं कर सका प्रशासन
अपने संबोधन में सांसद सुधाकर सिंह ने कहां कि नवी नगर में जो बिजली घर लगा वहां जिस दर से किसानों को मुआवजा मिला है, चौसा के किसानों को भी उसी दर से मुआवजा मिलनी चाहिए, लेकिन किसानो के इस छोटी सी मांग को अभी तक जिला प्रशासन 10 साल में पूरा नहीं कर सका है। नए अधिकारी आए हैं दो दिन बाद हम उन लोगों के साथ एक बैठक करेंगे। सांसद ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि आपकी जो मांगे हैं वह अधिकतम एक दो बैठक होते-होते हैं आपको पूरा कर दिया जाए। अगर, पूरा नहीं होता तो आरएनआर में अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा।
वहीं, प्रभावित किसान मोर्चा के नेता रामप्रवेश ने कहा एनएच 319 में रैयतों को चार गुना मुआवजा नहीं मिला और किसी भी रैयत का मकान टूटा तो बुलडोजर किसान नेता के शव के ऊपर से गुजरेगा। इस मौके पर कई जिले व पहुंचे बड़े नेताओं ने भी अपना वक्तव्य रखा। किसानों ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन तेज करने का संकल्प लिया।