नो एंट्री तोड़ने वाले ट्रक चालकों के खिलाफ डुमरांव पुलिस का अभियान जारी
नो एंट्री के खिलाफ डुमरांव पुलिस का अभियान लगातार तीसरे दिन जारी रहा। इस दौरान पुलिस ने नो एंट्री के समय शहर की सीमा में प्रवेश करने वाले 20 चालकों से एक लाख रूपए का जुर्माना वसूला। पुलिस की इस कार्रवाई से ट्रक चालकों में हड़कंप मचा रहा।
-- तीसरे दिन भी 20 ट्रकों से वसूला गया एक लाख रूपए का जुर्माना, बोले थानाध्यक्ष शहर को जाम से मुक्ति दिलाना प्राथमिकता
केटी न्यूज/डुमरांव
नो एंट्री के खिलाफ डुमरांव पुलिस का अभियान लगातार तीसरे दिन जारी रहा। इस दौरान पुलिस ने नो एंट्री के समय शहर की सीमा में प्रवेश करने वाले 20 चालकों से एक लाख रूपए का जुर्माना वसूला। पुलिस की इस कार्रवाई से ट्रक चालकों में हड़कंप मचा रहा। बता दें कि डुमरांव नगर परिषद क्षेत्र की सीमा टेढ़की पुल के समीप तक है, बावजूद कई ट्रक चालक नो एंट्री के समय टिचर टेªनिंग कॉलेज के आगे तक आ जाते है। यहां से टेढ़की पुल तक सड़क के एक किनारे ट्रकों की लाईन लगी रहती थी। जिस कारण शहर में दिनभर जाम लगता था। लेकिन, पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद अब स्थिति बदल गई है।

बुधवार को इसमें सुधार नजर आया तथा पूरे दिन ट्रक चालक टेढ़की पुल से आगे नहीं बढ़े। जिससे लोगों को जाम से राहत मिली। पुलिस की इस कार्रवाई की स्थानीय लोगों व व्यवसायियों ने जमकर तारीफ की है। लोगों का कहना है कि पुलिस यदि इसी तरह से सक्रिय रहे तो कई समस्याओं का समाधान हो सकता है। बता दें कि डुमरांव बिक्रमगंज पथ पर ट्रकों के बेतरतीब खड़ा रहने से जाम की समस्या काफी गंभीर हो गई थी। हालांकि, पिछले तीन दिनों से डुमरांव थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने नो एंट्री तोड़ने वाले व ओवर लोड परिचालन करने वाले ट्रक चालकों को अच्छा सबक सिखाया है। जिसका परिणाम बुधवार को बाजार में देखने को भी मिला।
इस संबंध में थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि किसी को भी नो एंट्री तोड़ने या ओवरलोड परिचालन की छूट नहीं दी जाएगी।बता दें कि पिछले दो दिन भी पुलिस ने नो एंट्री तोड़ने व ओवर लोड परिचालन करने वाले ट्रक चालकों के खिलाफ अभियान चलाया था। मंगलवार को डुमरांव पुलिस ने करीब 1.65 लाख रूपए का जुर्माना वूसला था। वहीं, आज भी करीब एक लाख का जुर्माना वूसल ट्रक चालकों को नियमों का पालन करने की कड़ी सबक सिखाई है।

