नई जिलाधिकारी श्रीमती सहिला ने संभाला कार्यभार
बक्सर में गुरुवार को प्रशासनिक कार्यों की नई जिम्मेदारी संभालते हुए श्रीमती सहिला, भारतीय प्रशासनिक सेवा (2018 बैच), ने जिले की नई जिलाधिकारी के रूप में विधिवत कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने यह दायित्व डॉ. विद्यानंद सिंह से प्राप्त किया, जो अब तक जिले का प्रशासनिक नेतृत्व संभाल रहे थे।
-- समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित हुआ अभिनंदन समारोह
केटी न्यूज/बक्सर
बक्सर में गुरुवार को प्रशासनिक कार्यों की नई जिम्मेदारी संभालते हुए श्रीमती सहिला, भारतीय प्रशासनिक सेवा (2018 बैच), ने जिले की नई जिलाधिकारी के रूप में विधिवत कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने यह दायित्व डॉ. विद्यानंद सिंह से प्राप्त किया, जो अब तक जिले का प्रशासनिक नेतृत्व संभाल रहे थे।कार्यभार ग्रहण करने के बाद समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी महोदया के सम्मान में एक गरिमामय अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया।

समारोह की शुरुआत औपचारिक स्वागत के साथ हुई, जिसका संचालन विकास पदाधिकारी आलमा मुख्तार ने किया। इस अवसर पर जिला प्रशासन के लगभग सभी वरीय पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित रहे।कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी, बक्सर अनुमंडल पदाधिकारी, डुमरांव अनुमंडल पदाधिकारी सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी बड़ी संख्या में शामिल हुए।इसके साथ ही सभी प्रखंडों के पदाधिकारी भी समारोह का हिस्सा बने। समारोह को सौहार्दपूर्ण और व्यवस्थित माहौल में संपन्न बताया गया।

अपने प्रथम संबोधन में नये जिलाधिकारी सहिला ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का आभार जताया तथा कहा कि बक्सर जिले को विकास की नई दिशा देने के लिए सामूहिक समर्पण और टीम भावना अनिवार्य है। उन्होंने प्रशासनिक कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, अनुशासन और संवेदनशीलता को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हुए प्रत्येक नागरिक तक शासन की योजनाओं का लाभ समय पर पहुंचाने की प्रतिबद्धता दोहराई।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि वे क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान के लिए सक्रियता दिखाएं और आमजन से संवाद बनाए रखें, ताकि शासन और जनता के बीच विश्वास मजबूत हो सके। उन्होंने साफ किया कि जिले में सुशासन को और सुदृढ़ करने के लिए हर विभाग को निष्ठा और दक्षता के साथ कार्य करना होगा।समारोह के अंत में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने नई जिलाधिकारी को शुभकामनाएं देते हुए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। बक्सर प्रशासन में उनके आगमन को नए उत्साह और सकारात्मक बदलाव की आशा के रूप में देखा जा रहा है।
