मऊ में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत उद्यमियों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू

मऊ। खाद्य पदार्थों से संबंधित उद्योगों को मजबूत बनाने के लिए उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत 30 उद्यमियों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया।

मऊ में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत उद्यमियों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू

केटी न्यूज़/ मऊ

मऊ। खाद्य पदार्थों से संबंधित उद्योगों को मजबूत बनाने के लिए उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत 30 उद्यमियों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यशाला 26 नवंबर को जिला पंचायत अध्यक्ष, मऊ मनोज राय द्वारा बलिया मोड़ स्थित अलंकृत उद्यान, रोज गार्डन में शुरू की गई।

उद्घाटन सत्र में मनोज राय ने उद्यमियों से अपील की कि वे भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत इस योजना का लाभ उठाकर अपने उत्पादों को जनपद से प्रदेश और देश स्तर तक पहुंचाएं। 

प्रथम सत्र में कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार सिंह ने खाद्य उद्योगों के लिए रसायन मुक्त कच्चे उत्पादों का उपयोग करने और खेती में न्यूनतम उर्वरक व रसायन के प्रयोग की जानकारी दी। उन्होंने मिलेट्स और मोटे अनाज के फायदों और इससे जुड़े उद्योगों की बढ़ती संभावनाओं पर भी चर्चा की।

जिला उद्योग केंद्र के सहायक प्रबंधक मृत्युंजय यादव ने उद्योगों की स्थापना में आने वाली समस्याओं का समाधान बताया और उद्योग विभाग द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी दी। बैंकिंग सेक्टर से जुड़ी समस्याओं पर अग्रणी जिला प्रबंधक अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि पीएमएफएमई योजना खाद्य व्यवसायों में तेजी से बढ़ोतरी के लिए महत्वपूर्ण कदम है। 

सहायक आयुक्त खाद्य, मऊ सुरेश कुमार मिश्रा ने खाद्य सुरक्षा मानकों और एफएसएसएआई पंजीकरण के महत्व को बताया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी डॉ. रीता ने खाद्य पदार्थों की सेल्फ लाइफ और वैधता तिथियों की जानकारी दी।

जिला उद्यान अधिकारी संदीप कुमार गुप्त ने सभी का स्वागत करते हुए उद्यान विभाग की योजना में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर जनपद में आवेदनों को समय पर निस्तारित किया जा रहा है और भविष्य में भी इस योजना का पूरा सहयोग मिलेगा।

इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में मसाला, मिठाई, मुरमुरा, पशु चारा आदि उद्योगों से जुड़े 30 लाभार्थी उपस्थित रहे। अगले दो दिनों में श्रम कानून, वित्तीय नियमों, आडिट और अकाउंट के रखरखाव पर जानकारी दी जाएगी। 28 नवंबर को प्रशिक्षण सत्र का समापन होगा और प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।