तेजस्वी की केक पार्टी पर ये क्या बोल गए जीतनराम मांझी, कहा- 'उनका हनीमून भी...'

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने इस वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। मांझी ने कहा, "तेजस्वी यादव तो हनीमून मनाने भी हेलिकॉप्टर से गए थे। उनकी शादी भी हेलिकॉप्टर में हुई थी और...

तेजस्वी की केक पार्टी पर ये क्या बोल गए जीतनराम मांझी, कहा- 'उनका हनीमून भी...'
केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: पटना।बिहार की राजनीतिक गलियों में एक बार फिर सरगर्मी बढ़ गई है, जब पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का हेलिकॉप्टर में केक कटिंग का वीडियो सामने आया। इस वीडियो में तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी को हेलिकॉप्टर में केक काटते हुए देखा जा सकता है। इस अवसर पर तेजस्वी ने बताया कि यह उनकी 200वीं रैली है, जिसे यादगार बनाने के लिए मुकेश सहनी ने उन्हें सरप्राइज दिया। 

वीडियो सामने आने के बाद दूसरे दलों के नेताओं ने तेजस्वी को निशाने पर लिया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने इस वीडियो पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। मांझी ने कहा, "तेजस्वी यादव तो हनीमून मनाने भी हेलिकॉप्टर से गए थे। उनकी शादी भी हेलिकॉप्टर में हुई थी और हनीमून भी उन्होंने हेलिकॉप्टर में मनाया। उनका तो यही सब है।" मांझी के इस बयान से राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई है।

मांझी से पहले जेडीयू नेता नीरज कुमार ने भी तेजस्वी पर तीखा हमला बोला। नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव को बिहार की जनता ने सजा दिलाई और 2019 में भी तेजस्वी यादव मिर्ची लगा रहे थे, लेकिन जनता ने उन्हें ऐसा सबक सिखाया कि वह शीर्षासन करने लगे। नीरज ने कहा, "तेजस्वी यादव केक खाते रहें, लेकिन वह राजनीतिक रूप से शून्य पर ही रहेंगे।"

इसके अलावा, चिराग पासवान ने भी तेजस्वी पर कटाक्ष किया। चिराग ने कहा, "नादानी में लोग ऐसी हरकतें करते हैं। दिन कितने बचे हैं, ऐसे में थोड़ा सब्र रखना चाहिए। 4 तारीख को परिणाम आ जाएगा और पता चल जाएगा कि मिर्ची किसको लगी।" चिराग के इस बयान से स्पष्ट है कि वह तेजस्वी यादव को चुनावी परिणामों को लेकर चेतावनी दे रहे हैं।

हेलिकॉप्टर में केक काटने की इस घटना ने बिहार की राजनीति में नए विवाद को जन्म दिया है। यह पहली बार नहीं है जब तेजस्वी यादव को उनके निजी जीवन को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा है। पहले भी विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष ने उन्हें निशाना बनाया है, लेकिन इस बार का मुद्दा अधिक चर्चा का विषय बन गया है।

बिहार की राजनीति में चुनावी माहौल के बीच ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं, जहां नेताओं के निजी कार्यों को भी सार्वजनिक मंच पर लाया जाता है। तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी की 200वीं रैली का यह जश्न एक नया विवाद खड़ा कर गया है, जिसमें सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और जेडीयू नेता नीरज कुमार के बयानों ने इस मामले को और भी गर्मा दिया है। अब देखना यह है कि तेजस्वी यादव इस विवाद पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और कैसे अपनी छवि को बचाने की कोशिश करते हैं। बिहार की राजनीति में इस तरह के विवाद हमेशा से ही चुनावी माहौल को और भी गर्म कर देते हैं और इस बार भी कुछ अलग नहीं है। 

4 तारीख को चुनावी परिणाम आने वाले हैं और इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिहार की राजनीति में हर घटना को चुनावी लाभ-हानि के तराजू पर तौला जाएगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनावी परिणाम क्या कहते हैं और इस विवाद का अंत कैसे होता है।