नाली जाम होने से चिकटोली मुहल्ला के कई घर व दुकान में परवेस किया ΄पानी

नाली जाम होने से चिकटोली मुहल्ला के कई घर व दुकान में परवेस किया ΄पानी

नगर परिषद के तहत सफाई कार्य में लगा एनजीओ की कार्य से जनता परेशान

केटी न्यूज डुमरांव

नगर परिषद के तहत सफाई कार्य में लगा एनजीओ का कार्य सही नहीं होने से लोगों की परेशानी काफी बढ़ गई है। सड़कए गली की सफाई पहले से ही खराब चल रही थीए जिसकी शिकायत प्रतिदिन हो रही थी। इधर नाला.नली की सफाई भी सही नहीं होने से जाम की समस्या उत्पन्न हो गई है। नाली जाम होने से कई मोहल्ले तो दुकान में पानी घुस गया है।

गली में पानी भर जाने से लोगों को अपने घरों तक जाने में भी पानी से होकर ही गुजरना पड़ रहा है। मिली जानकारी के अनुसार पुराने नगर परिषद कार्यालय के ठीक सामने के कई दुकान सहित स्टूडियो में  पानी प्रवेश कर गया है। वहीं चिकटोली मोहल्ले में पानी प्रवेश होने से लोगों के घरों में पहुंचने लगा है। शुक्रवार को पूरे दिन मोहल्लेवासी पानी जमा होने के कारण अपने घरों की सफाई में व्यस्त रहे। मालूम हो कि नगर की सफाई के लिए दो एनजीओ बहाल है।

एक एनजीओ नप के विस्तारित क्षेत्र पुरानाभोजपुर व नयाभोजपुर विस्तारिक्ष में कार्यरत हैं। दोनों एनजीओ पर नप लगभग 46 लाख रूपया प्रतिमाह खर्च करती है। बावजूद सफाई का यह आलम है कि नाला.नाली जाम होने की समस्या से शहर उबर नहीं पा रहा है। मोण् जियाउल हक बताते हैं कि नप भ्रष्टाचार में फंसा हुआ है। नाला जाम होने से मोहल्ला तो डूब ही रहा हैए स्टूडियों के मालिक अब्दुल मनान को कहना है कि नप की सफाई व्यवस्था सही नहीं है।

मेरे स्टूडियों में पानी प्रवेश कर समानों को बर्बाद कर दिया है। वहीं मोण् गयासुदीन का कहना है कि नप लोगों की समस्या समाप्त करे के बजाय और बढ़ा देता है। सोनू कुरैशी का कहना है कि नप समय से नाला की सफाई नहीं करता हैए जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। मोण् मुस्ताक कुरैशी का कहना है कि मोहल्ले में नाली का पानी जमा हो जाने के कारण नमाज अदा करने के लिए रास्ता बदल कर जाना पड़ा। ऐसे में सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि एनजीओ के कार्य प्रणाली कितनी अच्छी है।