पति-पत्नी के बीच विवाद का समझौता करा लौट रहे युवक को मारी गोली

पति-पत्नी के बीच विवाद का समझौता करा लौट रहे युवक को मारी गोली

-पीरो बाजार स्थित गांधी चौक के समीप की गुरुवार देर शाम की वारदात

-बाइक पर सवार रोहतास के लोगों द्वारा ऑटो सवार युवक को मारी गोली 

-दोस्त की बहन के पति सहित तीन परिजनों पर गोली मारने का आरोप

-मौके पर पहुंच घटना की छानबीन व आरोपितों की धरपकड़ में जुटी पुलिस

केटी न्यूज/ आरा

 भोजपुर के पीरो नगर स्थित गांधी चौक के समीप गुरुवार की शाम पति-पत्नी के विवाद का समझौता करा लौट रहे एक युवक को गोली मार दी गयी। युवक अपने गांव के ही अपने एक दोस्त की शादीशुदा बहन के दहेज संबंधी विवाद का समझौता कराने के लिए उसके ससुराल रोहतास के जोगधरा गांव गया था। वहां से देर शाम उस दोस्त और उसकी बहन सहित उसके अन्य परिजनों के साथ ऑटो से अपने घर लौट रहा था। तभी बाइक सवार लोगों द्वारा ऑटो रोक उसे गोली मार दी गयी। गोली उसके पैर में लगी है, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया है। उसका इलाज आरा सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। जख्मी युवक पीरो थाना क्षेत्र के तिलाठ गांव निवासी जुगुल सिंह का पुत्र कमलेश सिंह है। गोली मारने का आरोप दोस्त की बहन के पति चंदन कुमार सहित तीन लोगों पर लगाया जा रहा है‌। घटना को अंजाम देने के बाद बाइक पर तीनों आरोपित आरा की ओर भाग निकले। सूचना मिलते ही पीरो पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गयी और घटना की छानबीन शुरू कर दी। पुलिस आरोपितों की पहचान और धरपकड़ में जुट गयी है। पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह ने बताया कि पति-पत्नी के बीच दहेज संबंधी आपसी विवाद का समझौता कराने के बाद रोकते समय घटना कारित किया गया है। छानबीन और आरोपितों की धरपकड़ का प्रयास किया जा रहा है।  

दहेज के लिए मारपीट की सूचना पर समझौता कराने गये थे मायके वाले 

घटना के संबंध में तिलाठ गांव निवासी वीरेन्द्र राम ने बताया कि उसकी बहन की पिछले साल 24 अप्रैल को रोहतास के दावथ थाना क्षेत्र के जगोधरा गांव निवासी चंदन कुमार के साथ हुई थी। शादी के समय उसने अपने जीजा को एक लाख रुपये नगद और एक 95 हजार की बाइक दी थी। शादी के कुछ दिन बाद से ही उसके जीजा अपाची बाइक की मांग कर रहे थे। उसे लेकर वह उसकी बहन को अक्सर प्रताड़ित भी करता था और उसके साथ मारपीट करता था। गुरुवार की सुबह उसकी बहन द्वारा फोन से मारपीट किये जाने की सूचना दी गयी। उसके बाद वह गांव के भी कमलेश सिंह सहित अन्य लोगों के साथ समझौता कराने उसके ससुराल जगोधरा गांव गया था। वहां पंचायती के दौरान वह मौजूद लोगों द्वारा कहा गया कि वह अपनी बहन को फिलहाल 10 दिनों के लिए अपने घर ले जाये। स्थिति सामान्य हो जाएगी तो पहुंचा देना। उसके बाद वह अपनी बहन सहित अन्य लोगों के साथ ऑटो से वापस अपने घर लौट रहा था। उसी दौरान उसका जीजा चंदन कुमार, उसके पिता और चाचा बाइक से पीछा करते हुए पीरो तक पहुंच गये। उसके बाद गांधी चौक के समीप मौका देख गोली मार दी गयी। 

भाई बोला-जीजा के टारगेट पर वह था, लेकिन गोली लग गयी कमलेश को 

वीरेंद्र राम का कहना है कि जीजा चंदन के निशाने पर वह था। गोली उसे ही टारगेट कर चलायी गयी थी,  लेकिन उसका जीजा निशाना चूक गया। इससे गोली कमलेश सिंह को लग गयी। घटना को अंजाम देने के बाद तीनों वहां से फरार हो गए। उसके बाद वह अपने दोस्त कमलेश यादव को इलाज के लिए पीरो रेफरल अस्पताल से आरा सदर अस्पताल ले आया। वहां प्राथमिक उपचार करने के बाद उसे आरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। वीरेंद्र राम के अनुसार वे लोग जगोधरा पहुंचे थे, तब उसके जीजा द्वारा जान मारने की धमकी भी दी जा रही थी।  वे लोग वहां से चले, तब वह बाइक से उनलोगों का पीछा कर रहा था और जैसे ही ऑटो पीरो में पहुंची, उसने मौका देख उसको मारने की नीयत से गोली चला दी।  लेकिन गोली उसके बगल में बैठे कमलेश सिंह को लग गई।