लूट की घटना काे अंजाम देने जा रहे तीन बदमाश हथियार और गोली के साथ गिरफ्तार

लूट की घटना काे अंजाम देने जा रहे तीन बदमाश हथियार और गोली के साथ गिरफ्तार

पुलिस ने दो देसी कट्टा, एक गोली, एक बाइक और तीन मोबाइल किया बरामद  

लूट, आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने और भाड़े पर देने के लिए खरीदा था कट्‌टा 

केटी न्यूज/आरा

जिले की गड़हनी थाने की पुलिस की सक्रियता से लूट की एक बड़ी वारदात टल गयी। बदमाशों द्वारा लूटपाट को अंजाम देने से पहले ही पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया।‌ पुलिस के मुताबिक तीनों बदमाश अगिआंव-गड़हनी रोड पर राहगीरों से लूटपाट करने निकले थे। पुलिस ने उनके पास से दो देसी कट्टा, एक गोली, एक बाइक और तीन मोबाइल बरामद की है।  गिरफ्तार अपराधियों में गड़हनी थाना क्षेत्र के धमनियां के शांति नगर निवासी धन्नु कुमार उर्फ बोतल, सहंगी गांव निवासी मुकेश चौरसिया और बड़ा टोला सहंगी मोड़ निवासी गोलू कुमार शामिल हैं। 

एसपी प्रमोद कुमार यादव ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि सोमवार की शाम सूचना मिली कि बाइक सवार तीन अपराधी लूटपाट की वारदात को अंजाम देने गड़हनी-गड़हनी रोड पर धमनियां की तरफ जा रहे हैं। उस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए बदमाशों की गिरफ्तारी को एएसपी चंद्रप्रकाश के नेतृत्व में टीम गठित कर धमनियां पुल के पास चेकिंग शुरू की गयी। तभी पुलिस को बाइक सवार अपराधी भागने लगे। उस पर पुलिस टीम

ने पीछा कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान उनके पास से दो देसी कट्टा, एक गोली और तीन मोबाइल बरामद किया गया। साथ ही, बाइक भी जब्त कर ली गयी। टीम में गड़हनी थानाध्यक्ष राजीव रंजन कुमार और एडिशनल एसएचओ सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे। इस मामले में तीनों के खिलाफ आपराधिक षड़यंत्र और आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। साथ ही, पुलिस उनके आपराधिक इतिहास को खंगालने में जुटी हुई है।

पड़ोसी जिले से खरीदा था कट्टा :

पूछताछ के दौरान पकड़े गए अपराधियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने पड़ोस के जिल से करीब 25 और 30 हजार में कट्टा खरीदा था। लूटपाट करना और आपराधिक घटना के लिए अपराधियों को भाड़े पर हथियार देने के लिए उन्होंने हथियार खरीदे थे। एसपी ने बताया कि तीनों अपराधियों से अबतक की पूछताछ में यह बात सामने आयी है

कि लूटपाट और भाड़े पर देने के लिए दूसरे जिले से 25 से तीस हजार में कट्टा खरीदा है। हथियार सप्लाई करने वालों के बारे में भी जानकारी दी गयी है। ऐसे में उस संबंधित जिले की पुलिस से संपर्क कर हथियार तस्कर और गिरोह के बारे में सत्यापन कराया जा रहा है। जानकारी मिलने के बाद हथियार बेचने वालों को भी इस केस का अभियुक्त बनाया जायेगा।