गर्मी की चपेट में आने से 550 हजियों की मौत

गर्मी की चपेट में आने से कम से कम 550 हजियों की मौत हो चुकी है।ज्यादातर की मौत गर्मी की वजह से होने वाली परेशानियों के चलते हुई है।

गर्मी की चपेट में आने से 550 हजियों की मौत
Hajj Pilgrims

केटी न्यूज़/दिल्ली

इस साल तापमान में भारी उछाल और भीषण गर्मी का कहर जारी है।जानकारी के अनुसार इस साल की हज यात्रा में 1.8 मिलियन मुस्लिम भाग ले रहे हैं।ऐसे में सऊदी अरब में भीषण गर्मी पड़ रही है और तामपान 52°C के करीब पहुंच गया है।भीषण गर्मी की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी हज यात्रियों को उठानी पड़ रही है। अब तक गर्मी की चपेट में आने से कम से कम 550 हजियों की मौत हो चुकी है।ज्यादातर की मौत गर्मी की वजह से होने वाली परेशानियों के चलते हुई है।

मरने वालों में कम से कम 323 मिस्र के नागरिक थे। रायनयिक ने कहा कि मिस्र के 323 हज यात्रियों में सिवाय एक को छोड़कर सभी की मौत गर्मी की वजह से हुई है।राजनयिकों के मुताबिक कम से कम जॉर्डन के 60 लोगों की भी मौत हुई है। ताजा आंकड़ों के साथ ही कई देशों की तरफ से अब तक बताई गई कुल मौतों की संख्या 577 हो गई है। राजनयिक ने बताया कि मक्का के सबसे बड़े मुर्दाघरों में से एक अल-मुआइसम में कुल 550 शव थे।

पिछले महीने सऊदी की तरफ से एक रिपोर्ट जारी की गई थी जिसके मुताबिक जलवायु परिवर्तन से हज यात्रा के प्रभावित होने की बात कही गई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि जिन जगहों में हज किया जाता है, वहां का तापमान हर दशक में 0.4 डिग्री सेल्सियस  से बढ़ रहा है। सऊदी अरब के मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मक्का की ग्रांड मस्जिद में तापमान 51.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। 

पिछले साल हज के दौरान गर्मी से करीब 240 हाजियों की मौत हुई थी, जिसमें ज्यादातर इंडोनेशिया के नागरिक थे। सऊदी अधिकारियों के मुताबिक गर्मी से बीमार हुए करीब दो हजार हज यात्रियों का इलाज किया जा रहा है।रविवार को भी ख़बर सामने आई थी कि मक्का और मदीना की यात्रा पर गए 19 हज यात्रियों की  मौत हो गई।सभी मरने वाले हज यात्री जाॅर्डन और ईरान के बताए जा रहे हैं।