शहीद जगदेव प्रसाद की शहादत दिवस पर डुमरांव में होगा कार्यक्रम

दलितों, शोषितों और पिछड़ों के मसीहा कहे जाने वाले बिहार के लेनिन शहीद जगदेव प्रसाद की शहादत दिवस की तैयारी तेज हो गई है। इसको लेकर बुधवार की रात कृष्णाब्रहम में एक बैठक आयोजित हुई, जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आगामी 5 सितम्बर को डुमरांव नगर भवन में शहादत दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

शहीद जगदेव प्रसाद की शहादत दिवस पर डुमरांव में होगा कार्यक्रम

केटी न्यूज/डुमरांव

दलितों, शोषितों और पिछड़ों के मसीहा कहे जाने वाले बिहार के लेनिन शहीद जगदेव प्रसाद की शहादत दिवस की तैयारी तेज हो गई है। इसको लेकर बुधवार की रात कृष्णाब्रहम में एक बैठक आयोजित हुई, जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि आगामी 5 सितम्बर को डुमरांव नगर भवन में शहादत दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता रवि उज्ज्वल कुशवाहा ने कहा कि जगदेव बाबू ने सदैव गरीब, वंचित और शोषित समाज की आवाज को बुलंद किया था। उन्होंने अन्याय और असमानता के खिलाफ संघर्ष करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। यही कारण है कि उन्हें “बिहार का लेनिन” कहा जाता है। उनके विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके जीवनकाल में थे।

रवि उज्जवल ने आगे कहा कि शहादत दिवस कार्यक्रम में डुमरांव विधानसभा क्षेत्र सहित आसपास के लोग भी भारी संख्या में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि नगर भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में जगदेव बाबू के जीवन, संघर्ष और समाज के लिए किए गए योगदान पर प्रकाश डाला जाएगा। साथ ही यह भी संकल्प लिया जाएगा कि उनके अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए समाज एकजुट होकर काम करे।

बैठक में कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर विभिन्न जिम्मेदारियां भी तय की गईं। इस दौरान बीरेन्द्र कुशवाहा, प्रो. अखिलेश कुशवाहा, वशिष्ठ सिंह कुशवाहा, रघुवंश मौर्य, अनंत मौर्य, सिपाही मौर्य, श्याम बिहारी मौर्य, वाल्मीकि कुशवाहा, विनय कुमार, वाराणसी मौर्य, संतोष कुमार, मुन्ना कुमार, कन्हैया कुमार समेत दर्जनों कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।

सभी ने एक स्वर में कहा कि शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती और शहादत दिवस सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और बराबरी की लड़ाई को आगे बढ़ाने का अवसर है। इसी सोच के साथ 5 सितम्बर का कार्यक्रम ऐतिहासिक बनाने की तैयारी की जा रही है।