नप के अतिक्रमित जमीन को मुक्त कराने के लिये लोक शिकायत में दिया आवेदन

एक दशक पहले जिस खाली पड़ी सरकारी जमीन पर सवारी वाहनों के लिये स्टैंड बनाया गया था, उस जमीन को पूरी तरह से अतिक्रमण कर लिया गया है। अब उक्त जमीन पर सवारी वाहन नहीं रूकते बल्कि रोड के किनारे रोक यात्रियों को चढ़ाते और उतारते हैं। इधर नगर परिषद बस स्टैंड के लिये जमीन शहर में खोज रही है।

नप के अतिक्रमित जमीन को मुक्त कराने के लिये लोक शिकायत में दिया आवेदन

- नया थाना के पास नप की खाली पड़ी है जमीन, अतिक्रमणकारियों ने कर लिया है कब्जा

केटी न्यूज/डुमरांव  

एक दशक पहले जिस खाली पड़ी सरकारी जमीन पर सवारी वाहनों के लिये स्टैंड बनाया गया था, उस जमीन को पूरी तरह से अतिक्रमण कर लिया गया है। अब उक्त जमीन पर सवारी वाहन नहीं रूकते बल्कि रोड के किनारे रोक यात्रियों को चढ़ाते और उतारते हैं। इधर नगर परिषद बस स्टैंड के लिये जमीन शहर में खोज रही है। इतना ही नहीं नप ने डीएम को लिख यह भी दे दिया है कि स्टैंड के लिये शहर में जमीन नहीं है। ऐसा लगता है कि वह भी अतिक्रमणकारियों से मिली हुई है।

 इधर उक्त सरकारी जमीन का व्यवसायीकरण कर दिया गया है। होटल से लेकर सामानों की बिक्री के लिये दुकान स्थायी रूप से खुल गए हैं। रॉची, टाटा, बोकारो, कोलकाता सहित यूपी के गाजीपुर, बलिया, आजमगढ़ सहित अन्य जिले के लोग बसों से आते-जाते हैं। उन्हें बस पकड़ने के लिये घंटो खड़े होकर इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि यात्रियों को कितनी परेशानी होती होगी। जिस स्थान पर वे इंतजार करते हैं, वहां पर बस पड़ाव बना दिया जाता तो सारी परेशानी दूर हो जाती। उक्त जमीन को खाली कराने के लिये फुटपाथी व व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जदयू जिलाध्यक्ष मिंटू हाशमी और नगर अध्यक्ष गोपाल प्रसाद गुप्ता ने लोक शिकायत निवारण कानून का सहारा लेते हुए उसे मुक्त कराने की पहश शुरू कर दिया है। दोनों ने बताया की नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव से लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक को आवेदन दिया गया है। अब समय बताएगा की इस जमीन से अतिक्रमण हटेगा की नहीं, नगरवासियों को इस पर निगाह टिकी हुई है।