गिरी गाज, सिमरी सीएचसी के प्रभार से हटाए गए रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रेमचंद प्रसाद

डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल के अल्ट्रासाउंड संचालक सह सिमरी सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रेमचंद प्रसाद को आखिरकार लापरवाही का खामियाजा भुगतना ही पड़ा है। सीएस डॉ. शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती ने उन्हें सिमरी सीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी के पद से हटा दिया है तथा 16 जून को 10.59 बजे उनके भेजे गए उनकी आकस्मिक छुट्टी के आवेदन को रद्द करते हुए उनका एक दिन का वेतन काट दिया है तथा उनसे शो-कॉज भी पूछा है।

गिरी गाज, सिमरी सीएचसी के प्रभार से हटाए गए रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रेमचंद प्रसाद

-- सीएस ने वेतन रोकते हुए पूछा शो-कॉज, संतोषजनक जबाव नहीं देने पर होगी विभागीय कार्रवाई

-- रेडियोलॉजिस्ट के लापरवाही से पिछले दो सप्ताह से बाधित था डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल का अल्ट्रासाउंड, महिला मरीजों को झेलनी पड़ी है भारी फजीहत

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल के अल्ट्रासाउंड संचालक सह सिमरी सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रेमचंद प्रसाद को आखिरकार लापरवाही का खामियाजा भुगतना ही पड़ा है। सीएस डॉ. शिव कुमार प्रसाद चक्रवर्ती ने उन्हें सिमरी सीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी के पद से हटा दिया है तथा 16 जून को 10.59 बजे उनके भेजे गए उनकी आकस्मिक छुट्टी के आवेदन को रद्द करते हुए उनका एक दिन का वेतन काट दिया है तथा उनसे शो-कॉज भी पूछा है। 

बता दें कि डॉ. प्रेमचंद प्रसाद सिमरी सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के अलावे डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में प्रत्येक सोमवार को अल्ट्रासाउंट का संचालन भी करते है, लेकिन पिछले दो सोमवार से उनके लापरवाही के चलते अनुमंडलीय अस्पताल में अल्ट्रा साउंड का लाभ गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल पा रहा था। उनके लापरवाही के चलते ही नौ जून को अल्ट्रा साउंड कक्ष दोपहर 11.38 बजे तक बंद था तो पिछले सोमवार को पूरे दिन नहीं खुल पाया। इस दौरान दर्जना गर्भवती महिलाएं इस भीषण गर्मी में अल्ट्रा साउंड खुलने का इंतजार कर रही थी।

इस दौरान अल्ट्रा साउंड बंद होने की सूचना पर पहुंच भाजपा नेताओं ने इस मामले में जमकर हंगामा किया था तथा डीएस से लगायत सीएस तक से शिकायत की थी। भाजपा नेताओं का कहना था कि ऐसे लापरवाह कर्मियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इनकी लापरवाही से सरकार की बदनामी हो रही है।  सीएस ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए डॉ. प्रेमचंद प्रसाद के आकस्मिक अवकाश आवेदन को अस्वीकार कर दिया। साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है।

जब तक उनका जवाब प्राप्त नहीं हो जाता, तब तक उनका वेतन अवरुद्ध रखने का आदेश भी जारी कर दिया गया है। सीएस द्वारा जारी पत्र के अनुसार, संबंधित चिकित्सक का अवकाश आवेदन 16 जून को सुबह 10.59 बजे ईमेल के माध्यम से प्राप्त हुआ, जिसमें उन्होंने पत्नी की बीमारी का हवाला देते हुए छुट्टी की अनुमति मांगी थी, लेकिन यह आवेदन न तो पूर्व में दिया गया था और न ही इसके साथ कोई चिकित्सीय प्रमाणपत्र या किसी वरिष्ठ पदाधिकारी की अनुमति संलग्न थी।

इस मामले को गंभीर मानते हुए सिविल सर्जन ने डॉ. प्रेमचंद को सिमरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के अतिरिक्त प्रभार से भी हटा दिया है। सीएस ने स्पष्ट कहा है कि चिकित्सक की अनधिकृत अनुपस्थिति के कारण अनुमंडलीय अस्पताल में सोमवार को अल्ट्रासाउंड सेवा पूर्णतः ठप रही, जिससे मरीजों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। ऐसे में डॉ. प्रेमचंद को मुख्यालय बिना अनुमति छोड़े जाने पर स्पष्ट रूप से जवाब देना होगा कि उन्होंने किस आधार पर ऐसा किया।

-- एसडीएम से मिल युवाओं ने भ्रष्ट डॉक्टर व कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की

दूसरी तरफ मंगलवार को डुमरांव एसडीएम राकेश कुमार से मिल युवाओं ने अनुमंडलीय अस्पताल के डॉक्टरों तथा कर्मियों की लापरवाही व उनके संवेदनहीनता की शिकायत की। एसडीएम ने उन्हें आश्वत किया कि दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। 

प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व युवा भाजपा नेता दीपक यादव ने किया।

उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। दीपक यादव ने कहा, हम ईमानदार चिकित्सा व्यवस्था की स्थापना के लिए लड़ रहे हैं। या तो भ्रष्ट कर्मचारी अस्पताल छोड़ दें या फिर ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभाएं। इस आंदोलन में भाजपा नेता अभिषेक रंजन संटू, मित्रा मुखिया सिंह कुशवाहा, राहुल सूर्यवंशी, शिवजी शर्मा, आकाश कुमार सहित कई युवा शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने अस्पताल की अन्य सुविधाओं को लेकर भी आवाज बुलंद की और चिकित्सा व्यवस्था में सुधार की मांग की।