एडीजी के निर्देश पर 22 साल बाद मुख्तार अंसारी समेत पांच पर हत्या का एफआईआर दर्ज
- मृत बेटे को इंसाफ के लिए 22 साल की लड़ी लम्बी लड़ाई सीएम व डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर को भेजा था प्रार्थना पत्र
एडीजी के निर्देश पर 22 साल बाद मुख्तार अंसारी समेत पांच पर हत्या का एफआईआर दर्ज
- पिता बोले मेरे बेटे की कराई हत्या अब जगी इंसाफ की उम्मीद
- मृतक बक्सर निवासी मनोज राय के पिता ने हिम्मत जुटाई और पुलिस को दी तहरीर
केटी न्यूज/गाजीपुर
21 साल पूर्व जनपद के चर्चित उसरी चट्टी कांड में अब नया मोड़ आ गया है। जिसे जानने के बाद सभी चकित हैं। उक्त गोलीकांड में मारे गए मनोज राय के पिता की तहरीर पर मुख्तार अंसारी समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जानकारों की मानें तो मनोज के पिता शैलेन्द्र कुमार राय ने कुछ दिनों पहले सीएम, डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर को प्रार्थना पत्र देकर अपने बेटे मनोज की मौत के लिए मुख्तार अंसारी को आरोपी बताया था। जिसके बाद शासन के आदेश पर मुख्तार अंसारी के खिलाफ मुहम्मदाबाद कोतवाली में 20 जनवरी को इस प्रकरण में एफआईआर दर्ज की गई है। मुख्तार अंसारी पर 20 जनवरी को दर्ज किए गए एफआईआर की पुष्टि करते हुए मुहम्मदाबाद कोतवाल अशोक मिश्र ने बताया कि मनोज राय के पिता की ओर से उनके बेटे मनोज राय की मौत के लिए मुख्तार अंसारी को जिम्मेदार बताया गया है। ऐसे में मुख्तार अंसारी के साथ कुल पांच लोगों पर नामजद एफआईआर मुहम्मदाबाद थाने में दर्ज किया गया है। ज्ञात हो कि उसरी चट्टी में 15 जुलाई 2001 को यूसुफपुर फाटक आवास से मऊ जाने दौरान में तत्कालीन विधायक मुख्तार अंसारी पर हमला हुआ था। इसमें मुख्तार को बचाने में गनर समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी और नौ लोग घायल हो गए। हमले में बिहार के बक्सर जनपद के राजपुर थाना क्षेत्र के सगरांव गांव निवासी मनोज कुमार राय की भी गोली लगने से मौत हो गई थी।
ठेकेदारी को लेकर मुख्तार से चल रही मनमुटाव
मृतक के पीड़ित पिता की मानें तो मनोज राय मुख्तार अंसारी के साथ संयुक्त रूप से ठेकेदारी का काम करता था। बाद में वह पृथक रूप से काम करने की मंशा जाहिर किया। मनोज राय ने कुछ ठेके के टेंडर मुख्तार अंसारी से अलग होकर डाल दिए थे। दोनों के बीच ठेकेदारी को लेकर के विवाद हुआ, फिर ठेकेदारी के कामों के बंटवारे को लेकर समझौता भी हुआ। शैलेंद्र राय के अनुसार 13 जुलाई 2001 को मुख्तार अंसारी अपने अन्य चार साथियों के साथ मनोज को घर से लेकर के आए। बाद में मनोज की हत्या कर दी गई। मनोज की हत्या कर सुनियोजित ढंग से मनोज राय की हत्या को उसरी चट्टी गोलीकांड से जोड़ दिया गया था। बक्सर निवासी शैलेंद्र राय ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें मनोज राय का अंतिम संस्कार करने नहीं दिया गया था। बाद में उन्हें फोटो दिखाकर उनके बेटे की शिनाख्त करने को कहा गया था।
एमपी एमएलए कोर्ट में विचाराधीन था मामला
15 जुलाई 2001 को उसरी चट्टी गोलीकांड में मुख्तार अंसारी के काफिले पर हमला हुआ था। जिसमें वादी मुकदमा मुख्तार अंसारी की ओर से बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह एवं अन्य को नामजद कराया गया था। इस गोलीकांड का मामला गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में विचाराधीन था। पिछले दिनों इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस केस के लोअर कोर्ट में विचरण पर स्टे लगा दिया है।
पिता शैलेंद्र राय ने सीएम को लिखी थी चिट्ठी
अब 22 साल बाद मृतक मनोज राय के पिता शैलेंद्र राय ने सीएम और डीजीपी सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया था। उन्होंने मुख्तार पर ही बेटे मनोज को घर से ले जाकर हत्या करने का आरोप लगाया। शैलेंद्र राय ने साक्ष्य पेश किए हैं और साथ ही मुख्तार के गुर्गों पर घर आकर धमकाने का आरोप भी लगाया है। शुक्रवार रात एडीजी के आदेश और शैलेंद्र राय की तहरीर पर मुहम्मदाबाद थाने में केस दर्ज किया गया है।
कहते गाजीपुर एसपी
पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि आईजीआरएस से मिले तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज किया गया है। शैलेंद्र राय की तहरीर पर पुलिस ने मुख्तार अंसारी, उनके चालक सुरेंद्र शर्मा, शाहिद, गौस मोइनुद्दीन और कमाल के खिलाफ आईपीसी की धारा 147,148, 149 और 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे इसकी जांच की जाएगी।