मेढ़क के बाद अब खिचड़ी में मिली मरी हुई मकड़ी
- डीपीओ व बीईओ के सामने की है घटना
- सात अक्टूबर को मिल चुका है मरा हुआ मेढ़क
केटी न्यूज/ बक्सर
बक्सर जिले में एमडीएम योजना बच्चों के लिए जानलेवा बनते जा रही है। एनजीओ की लापरवाही से आए दिन एमडीएम के खाने में कीड़ा मकोड़ा के साथ ही जीव जंतु तक मिल रहे है। अभी सात अक्टूबर को बक्सर के आचार्य नरेन्द्र देव मध्य विद्यालय में छोला मंे मिले मरे हुए मेढ़क का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि शनिवार को नया बाजार स्थित मध्य विद्यालय में एनजीओ द्वारा बच्चों को खाने के लिए दिए गए खिचड़ी में मरी हुई मकड़ी मिली है। खास यह कि जिस वक्त रसोईएं की नजर खिचड़ी में सनी हुई मकड़ी पर पड़ी तबतक स्कूल के आधा बच्चें खाना भी खा चुके थे तथा स्कूल की जांच के लिए सदर प्रखंड के बीईओ तथा सर्वशिक्षा अभियान के डीपीओ भी पहुंचे हुए थे। खिचड़ी हरी सब्जी की जगह मकड़ी को देख अधिकारी भी शर्मसार हो गए। इधर आनन फानन में बच्चों को खाने से रोक दिया गया। गनीमत थी कि किसी बच्चें की तबीयत खराब नहीं हुई। स्कूल प्रबंधन ने एमडीएम डीपीओ, बीईओ तथा डीईओ समेत कई अन्य पदाधिकारियों को इस घटना की लिखित शिकायत की है।
प्रभारी प्रधानाध्यापक मुरारी कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि रसोईएं की नजर सबसे पहले खिचड़ी में पड़ी हुई मकड़ी पर पड़। तबतक अधिकांश बच्चें खाना भी खा चुके थे। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत दर्ज कराई गई है। गौरतलब है कि इसके पहले सात अक्टूबर को आचार्य नरेन्द्र देव मध्य विद्यालय में एमडीएम में उबला हुआ मेढ़क मिला था। एमडीएम योजना में लगातार कीड़े मकोड़े तथा जीव जंतुुओं के मिलने से कई सवाल खड़े हो रहे है। इससे विभागीय पदाधिकारियों की उदासीनता भी सवालों के घेरे में आ गई है। बता दें कि मेढ़क मिलने के बाद विभागीय स्तर पर जांच कर कार्रवाई करने की बात कही गई थी। विभाग के सचिव द्वारा भी उक्त एनजीओ से स्पष्टीकरण पूछते हुए 24 घंटे में जबाव मांगा गया था। लेकिन कार्रवाई नहीं होने से एनजीओ संचालक का मनोबल बढ़ा हुआ है। एक बार फिर से एमडीएम में मकड़ी मिलने से अभिभावकों में आक्रोश गहरा गया है।