अयोध्या के जलजमाव के बाद सीएम योगी ने लिया कड़ा फैसला
मानसून के बाद रामनगरी अयोध्या बीते कुछ दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है।दरअसल अयोध्या में प्री-मानसून की बारिश के कारण लापरवाही से किए गए निर्माण की पोल खुल गई।
केटी न्यूज़/उत्तर प्रदेश
मानसून के बाद रामनगरी अयोध्या बीते कुछ दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है।दरअसल अयोध्या में प्री-मानसून की बारिश के कारण लापरवाही से किए गए निर्माण की पोल खुल गई।शुरुआती बारिश में ही अयोध्या के रामपथ में जगह-जगह गड्ढे दिखने शुरू हो गए। अयोध्या के राम मंदिर की छत से पानी टपकने की शिकायत आई जिस पर मंदिर प्रशासन ने सफाई भी दी। अब सीएम योगी के निर्देश पर इस मामले में कड़ा एक्शन लिया गया है।
राम पथ के निर्माण में लापरवाही के मामले में योगी सरकार ने पीडब्ल्यूडी विभाग के तीन इंजीनियरों के खिलाफ की कार्रवाई हुई है। रामपथ निर्माण मामले में लापरवाही पर अधिशाषी अभियंता समेत तीन निलंबित कर दिए गए हैं। इस मामले में प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी अजय चौहान ने तीन इंजीनियरों को निलंबित किया है। अयोध्या के अधिशाषी अभियंता ध्रुव अग्रवाल, एई अनुज, और जेई को निलंबित किया गया है।
अयोध्या में 22 जून को प्री-मानसून की बारिश शुरू हुई। इस बारिश से रामपथ में जगह-जगह गड्ढे दिखने शुरू हो गए। इस पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने मौसम को दोषी बताते हुए कहा कि 22 जून की रात को 102mm बारिश हुई 25 की रात को 176mm बारिश हुई। अयोध्या में इन दो दिन बहुत तेज़ बारिश हुई। अयोध्या में राम पथ पिछले साल ही बना था, सड़क बनने के बाद ये पहली बारिश थी। अब इस पर लोग सवाल कर रहे हैं कि पहली ही बारिश में ये हाल क्यों है?
गड्ढे के कारण रामपथ पर, विद्या मंदिर स्कूल से जिला अस्पताल तक बैरियर लगाकर एक तरफ का रोड बंद कर दी गई।बुधवार को तेज बारिश से बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अंदर पेड़ गिरा, तो वहीं जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण बेसिक शिक्षा निदेशक कार्यालय, पीडब्ल्यूडी कार्यालय, जिला पशु चिकित्सालय सहित कई कार्यालयों में पानी भर गया।