अनियंत्रित ट्रक ने जलावन चुनने जा रही 8 वर्षीय बच्ची को रौंदा, अस्पताल में मौत

जिले के चांदी थाना क्षेत्र में सोमवार की दोपहर एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें 8 वर्षीय अंजोरिया कुमारी की जान चली गई। यह बच्ची अपनी दादी के साथ जलावन चुनने जा रही थी, तभी एक अनियंत्रित ट्रक ने उसे रौंद दिया।

अनियंत्रित ट्रक ने जलावन चुनने जा रही 8 वर्षीय बच्ची को रौंदा, अस्पताल में मौत

 

केटी न्यूज़/आरा

आरा। जिले के चांदी थाना क्षेत्र में सोमवार की दोपहर एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें 8 वर्षीय अंजोरिया कुमारी की जान चली गई। यह बच्ची अपनी दादी के साथ जलावन चुनने जा रही थी, तभी एक अनियंत्रित ट्रक ने उसे रौंद दिया। हादसे के बाद अंजोरिया को गंभीर हालत में डायल 112 के माध्यम से आरा सदर अस्पताल लाया गया, लेकिन रविवार की रात इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।

अंजोरिया, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के लक्षणपुर गांव के निवासी लाल बाबू मुसहर की बेटी थी। घटना के समय वह अपनी दादी के साथ चांदी गांव जा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक तेज रफ्तार में था और विपरीत दिशा से आ रहा था। जैसे ही ट्रक ने बच्ची को टक्कर मारी, वहां मौजूद लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई। हादसे की सूचना पाकर परिजनों ने तुरंत अस्पताल का रुख किया। परिजनों के अस्पताल पहुंचने पर वे अंजोरिया की गंभीर हालत देखकर परेशान हो गए। चिकित्सकों ने उसे बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन अंततः उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। 

मृतक बालिका की बड़ी मां, हिराझरी देवी, ने बताया कि अंजोरिया अपने परिवार में पांचवें नंबर की संतान थी। उसके परिवार में कुल आठ सदस्य हैं, जिनमें उसकी मां लीलावती देवी, छह भाई-महावीर, जितेन, हलचलिया, लक्ष्मण, निरहू, जोधा-और एक बहन झलकी देवी शामिल हैं। अंजोरिया की मौत से पूरे परिवार में मातम छा गया है, और लीलावती देवी तथा अन्य परिवार के सदस्य शोक में हैं।

चांदी थाना पुलिस ने घटना की जानकारी मिलने पर सदर अस्पताल पहुंचकर शव का पोस्टमार्टम कराया। इस दुखद घटना ने इलाके के लोगों में चिंता और भय पैदा कर दिया है, और ट्रक चालक की लापरवाही को लेकर लोगों में आक्रोश है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क पर इस प्रकार के हादसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए।

इस घटना ने सभी को यह याद दिलाया है कि सड़क पर सुरक्षा के प्रति सजग रहना कितना जरूरी है, और बच्चों के साथ यात्रा करते समय विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस को चाहिए कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए उचित कार्रवाई करें ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह के दुख का सामना न करना पड़े।