थर्मल पावर के लिए अधिग्रिहित भूमि का सीमांकन कराए जाने से नाराज किसानों ने किया सड़क जाम
- डेढ़ महीना से लगातार धरना दे रहे है किसान, प्रशासन पर मिलीभगत का लगाया आरोप
केटी न्यूज/चौसा
चौसा थर्मल पॉवर प्लांट के लिए रेलवे लाईन व वाटर पाइप लाइन बिछाने के लिए किए गए जमीन अधिग्रहण का कम मुआबजा मिलने का आरोप लगा डेढ़ महीने से धरना दे रहे किसानों का आंदोलन बुधवार को अचानक उग्र हो गया। किसानों ने बक्सर कोचस मार्ग (स्टेट हाईवे-13) को देर शाम तक जाम रखा। किसानों उग्र रूख अख्तियार करने का मुख्य वजह प्रशासन द्वारा अधिग्रिहीत भूमि का सीमांकन करना था। किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन एसजेवीएन कंपनी के साथ मिल जबरन उनकी जमीन को औने पौने दामों पर ले रही है। बता दें कि चौसा थर्मल पावर में रेलवे लाईन बिछाने तथा पाइप लाइन के लिए कंपनी द्वारा स्थानीय किसानों की जमीन अधिग्रिहीत की गई है। लेकिन उसका मुआबजा 2014 के रेट से दिया जा रहा है। इससे नाराज किसान पिछले डेढ़ महीने से धरना दे रहे है। किसान धरना के माध्यम से अपने जमीन के अद्यतन रेट के भुगतान की मांग कर रहे थे। लेकिन प्रशासन और कंपनी द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। अलबत्ता बुधवार को प्रशासन उक्त जमीन का सीमांकन भी करने लगी। जिससे नाराज किसानों ने बक्सर कोचस मार्ग पर मुरा बाबा स्थान के पास स्टेट हाईवे को जाम कर दिया। जिससे इस मार्ग पर परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया था। देर रात तक किसानों का सड़क जाम जारी था। जिससे इस मार्ग पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई थी। किसानों की मानें तो गुरूवार को उनका आंदोलन और उग्र होगा। जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।