देश के खजाने की लूट के खिलाफ बिहार में हो रही है परिवर्तन संकल्प रैली - निर्मल वर्मा
- कांग्रेस नेताओं ने प्रेसवार्ता आयोजित कर रैली के उद्देश्य और तैयारियों की दी जानकारी
केटी न्यूज/ बक्सर
देश के खजाने की लूट की सच्चाई को जनता के समक्ष रखने को लेकर कांग्रेस द्वारा बिहार के सभी जिलों में परिवर्तन संकल्प रैली आयोजित की जा रही है। बक्सर में 27 सितंबर को यह रैली आयोजित होगी। उक्त बातें कांग्रेस के एआईसीसी सदस्य निर्मल वर्मा ने सोमवार को प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के 9 साल में सिर्फ झूठ बोला गया है। भाजपा के लोग पर्दे के पीछे भारी लूट किए है। 300 सालो में जितना अंग्रेजाे ने नहीं लूटा होगा उससे ज्यादा साढ़े 9 वर्षाे में जनता को लूट लिया गया है। जब राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा शुरू किया तो भाजपा के लोगो में बेचैनी बढ़ गई और बोलने लगे की 100 किलोमीटर भी नहीं चलेगा और इटली चला जायेगा।
लेकिन देश की जनता का आशीर्वाद और सच्चाई का साथ मिला और 4000 किलोमीटर की यात्रा राहुल गांधी ने पूर्ण किया। वही राहुल गांधी के समर्थन में प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने मंदार पर्वत से पटना तक 1000 किलोमीटर की पदयात्रा किया। उन्होंने कहा कि जब 20 हजार करोड़ रूपए गौतम अडानी का भाई बैंक से गायब कर दिया और जिसके खिलाफ लोकसभा में बात उठाई गई तो उसकी संसद की सदस्यता समाप्त कर दी गई। उन्होंने कहा कि आईएनडीआईए गठबंधन बनने से भाजपा घबरा गई है। उन्होंने कहा कि हमलोग लोकसभा में इंडिया गठबंधन बिहार की सभी 40 सीटे जीतेगी। औरंगाबाद विधायक आनंद शंकर ने कहा कि बिहार के मोतिहारी, बेगुसराय, सिवान, जहानाबाद, गया में परिवर्तन संकल्प रैली आयोजित हुआ जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
इसे देख भाजपा के लोग परेशान हो गए है। सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष की परिवर्तन संकल्प रैली की तैयारी पूरी कर ली गई है। पिछले 15 दिनों से जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र में जाकर जनसंपर्क अभियान चलाया गया है। और भाजपा के झूठ का पर्दाफाश सुनने के लिए चारों विधानसभा से लोग पहुचेंगे। वही उन्होंने कहा कि बक्सर लोकसभा कांग्रेस की परंपरागत सीट पहले रही है और मौका मिलेगा तो भाजपा को बुरी तरह से पराजित किया जायेगा। इस दौरान राजपुर विधायक विश्वनाथ राम, जिलाध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय, डा प्रमोद कुमार ओझा, विनय कुमार सिंह, कामेश्वर पांडेय समेत कई अन्य कांग्रेसी मौजूद थे।