खतरे में है बाबा साहब का संविधान, बचाने के लिए संघर्ष जरूरी - शिवानंद तिवारी
- डुमरांव में राजद ने आयोजित की थी अंबेडकर परिचर्चा
केटी न्यूज/डुमरांव
देश रत्न बाबा साहब भीम राव अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान खतरें में है। इसे बचाने तथा सांप्रदायिक ताकतों से देश को मुक्त कराने के लिए सबको मिलकर संघर्ष का रास्ता अख्तियार करना होगा। उक्त बातें राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने डुमरांव में कही है। वे रविवार को राजद द्वारा नगर भवन में आयोजित किए गए अंबेडकर परिचर्चा में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार भारतीय संविधान को हटाकर मनु स्मृति लागू करना चाहती है। यह सरकार दलितों और वंचितों के संवैधानिक अधिकारों को कुचलना चाहती है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार देश मे सांप्रदायिकता का जहर घोल रही है। महंगाई चरम पर है और प्रधानमंत्री जन की बात ना कर केवल मन की बात करते है।
बाबा साहब छुआछूत के बिल्कुल खिलाफ थे। समाज के अंतिम पायदान के लोगों को भी संविधान में मतदान करने से लेकर चुनाव लड़ने तक का अधिकार दिया गया है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष शेषनाथ सिंह और संचालन प्रखंड अध्यक्ष मनोज कुमार ठाकुर ने किया। कार्यक्रम से पूर्व मंचासीन अतिथियों ने बाबा साहब के तैल्य चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। परिचर्चा के दौरान राजद कार्यकर्ताओं को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विचारों को आत्मसात करने व उनके बताये मार्ग पर चलने का संकल्प दिलाया गया। इस दौरान राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध मेहता ने कहा कि बिहार के हर तबके के लोगों को संविधान के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने केंद्र की सरकार पर हमला करते हुए कहा कि यह सरकार संविधान की तोड़-मरोड़कर अंबेडकर का अपमान कर रही है। परिचर्चा को एमएलसी डॉ रामबली सिंह चंद्रवंशी, प्रदेश उपाध्यक्ष मधु मंजरी, प्रदेश प्रवक्ता सारिका पासवान, महिला मोर्चा की प्रदेश महासचिव प्रतिभा यादव, ब्रह्मपुर विधायक शंभूनाथ यादव ने भी संबोधित किया। इस परिचर्चा में राजद नेता अखिलेश यादव, धनपत चौधरी, पप्पू यादव, कृष्ण बहादुर, बद्री सिंह, हरेंद्र सिंह, लालबाबू यादव, मुन्ना खां, मेहंदी हसन, अमरनाथ, डॉ अब्दुल अलीम हाशमी सहित अन्य मौजूद थे।