नीतीश कुमार लोकतंत्र व सामाजिक न्याय के साथ विश्वासघात के है आदी - पप्पू यादव

नीतीश कुमार लोकतंत्र व सामाजिक न्याय के साथ विश्वासघात के है आदी - पप्पू यादव

केटी न्यूज/केसठ 

नीतीश कुमार लोकतंत्र व सामाजिक न्याय के साथ भीषण विश्वासघात के आदी हो चुके है। यह बाते राजद के वरिष्ठ नेता सुनील कुमार सिंह उर्फ पप्पू यादव ने सीएम नीतीश कुमार के महागठबंधन से अलग होने बाद कही। उन्होंने कहा कि न्याय व लोकतंत्र की लड़ाई को पटरी से उतारने के लिए भाजपा ने फिर से नीतीश कुमार को मोहरा बनाया है।

महागठबंधन से निकलने और भाजपा के साथ पुनः जाने का जो वजह नीतीश कुमार बता रहे है, वह सफेद झूठ है। भाजपा से अलग होने के बाद बिहार विधान सभा में इन्होंने घोषणा की थी मिट्टी में मिल जाऊंगा, भाजपा में नहीं जाऊंगा।

भाजपा के नेता से कार्यकर्ता तक कहते थे कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा का दरवाजा बंद हो चुका है। इन सब के बावजूद नीतीश कुमार जैसा स्वाभिमानहीन व्यक्ति ही पुनः वहा जाने की बात सोच सकते है। महागठबंधन के संपूर्ण कार्यकाल में तेजस्वी यादव ने साढ़े चार लाख से

अधिक नौकरी के साथ ही नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देकर जिस प्रकार अपने कर्तव्यनिष्ठा अचार बिहार की जनता के सामने पेश किया है वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता उन्हें कभी मॉफ नहीं करेगी।