कड़ी चुनौतियों के बीच मिली ब्रह्मपुर में जीत, विधायक शंभूनाथ सिंह यादव ने जनता का जताया आभार

ब्रह्मपुर विधानसभा से निर्वाचित राजद विधायक शंभूनाथ सिंह यादव ने विजय के बाद शनिवार की दोपहर चंद्रपुरा स्थित पासवान टोली पहुंचकर मतदाताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से ब्रह्मपुर की जनता ने उन पर भरोसा जताया है, वह न सिर्फ भावुक करने वाला है बल्कि राजनीतिक रूप से भी प्रेरणादायक है।

कड़ी चुनौतियों के बीच मिली ब्रह्मपुर में जीत, विधायक शंभूनाथ सिंह यादव ने जनता का जताया आभार

-- विवादों, तकनीकी बाधाओं और सघन मुकाबले के बाद मिली जीत को विधायक ने बताया जनता के विश्वास की विजय; ब्रह्मपुर की राजनीतिक अहमियत पर भी दिया जोर

केटी न्यूज/ब्रह्मपुर

ब्रह्मपुर विधानसभा से निर्वाचित राजद विधायक शंभूनाथ सिंह यादव ने विजय के बाद शनिवार की दोपहर चंद्रपुरा स्थित पासवान टोली पहुंचकर मतदाताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से ब्रह्मपुर की जनता ने उन पर भरोसा जताया है, वह न सिर्फ भावुक करने वाला है बल्कि राजनीतिक रूप से भी प्रेरणादायक है।

विधायक यादव ने अपने संबोधन में आरोप लगाया कि देशभर में एनडीए और भाजपा द्वारा कथित तौर पर चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने तथा वोट चोरी की कोशिशों की चर्चा होती रही, फिर भी ब्रह्मपुर की जनता ने लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सम्मान दिखाते हुए उन्हें मजबूत समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि यह जनादेश उनके लिए “कृतज्ञता का ऋण” है, जिसे वे आने वाले समय में विकास कार्यों के माध्यम से चुकाने का प्रयास करेंगे।

इस बार ब्रह्मपुर विधानसभा बिहार की सबसे चर्चित सीटों में शामिल रही। मतगणना के दौरान तीन ईवीएम में तकनीकी गड़बड़ी सामने आई, जिसके कारण अंतिम तीन राउंड की गिनती विविपैट से करानी पड़ी। इससे पूरे जिले का राजनीतिक तापमान बढ़ गया था और सभी की निगाहें ब्रह्मपुर पर टिकी थीं। कड़ी प्रतिस्पर्धा ने मुकाबले को और रोचक बना दिया। अंततः राजद उम्मीदवार शंभूनाथ सिंह यादव ने 3,220 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। उन्हें कुल 95,828 वोट मिले, जबकि एनडीए प्रत्याशी हुलास पांडेय को 92,608 वोट प्राप्त हुए।

बक्सर जिले की चार विधानसभा सीटों में ब्रह्मपुर ही वह एकमात्र सीट रही जो महागठबंधन के खाते में गई। बक्सर, राजपुर और डुमरांव तीनों सीटें एनडीए ने जीत लीं। वर्ष 2020 में सभी चार सीटों पर महागठबंधन का कब्ज़ा था, ऐसे में इस बार केवल ब्रह्मपुर का बचना राजनीतिक विश्लेषकों के लिए विशेष चर्चा का विषय बना हुआ है। राजद समर्थकों का मानना है कि यह जीत संगठन की मजबूती, स्थानीय मुद्दों की पहचान और जनता के भरोसे का प्रत्यक्ष परिणाम है।

विधायक यादव ने कहा कि वे ब्रह्मपुर क्षेत्र के विकास और जनकल्याण को सर्वाेच्च प्राथमिकता देंगे। क्षेत्र के ज्वलंत मुद्दों को विधानसभा में मजबूती से उठाने का आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि यह जीत सिर्फ एक राजनीतिक सफलता नहीं, बल्कि जनभागीदारी और विश्वास की जीत है जिसे वे हर कदम पर सार्थक बनाना चाहते हैं।