पंचकोशी परिक्रमा वाले तालाबों का कराए सौदर्यीकरण - डीएम

जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को जल जीवन हरियाली अभियान की समीक्षा बैठक समाहरणालय परिसर स्थित कार्यालय कक्ष में की गई।

पंचकोशी परिक्रमा वाले तालाबों का कराए सौदर्यीकरण - डीएम

- डीएम ने की जल जीवन हरियाली अभियान की समीक्षा, तालाबों व कुओं का सौदर्यीकरण पर भी दिया जोर

केटी न्यूज/बक्सर 

जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में मंगलवार को जल जीवन हरियाली अभियान की समीक्षा बैठक समाहरणालय परिसर स्थित कार्यालय कक्ष में की गई। समीक्षा बैठक में डीएम ने अभियान के सभी बिंदुओं पर जानकारी ली तथा योजनाओं के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। 

जिलाधिकारी ने पंचकोशी परिक्रमा के मार्ग में आने वाले पंचायत व नगर पंचायत में स्थित तालाबों पोखरों के जीर्णाेद्धार एवं सौन्दर्यीकरण के लिए संबंधित सीओ व निकायों के ईओ को निरीक्षण कर गुणवत्तापूर्ण तरीके से  योजना की क्रियान्वयन गुणवत्तापूर्वक हो इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि पंचकोशी परिक्रमा पौराणिक महत्व का है, इसे आकर्षक बनाना चाहिए। इससे पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। 

डीएम ने कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद् बक्सर एवं कार्यपालक अभियंता लघु सिचाई प्रमंडल को पंचकोशी परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले अंजनी पोखर एवं भार्गव पोखर का सौन्दर्यीकरण कराने का आवश्यक निर्देश दिया। साथ ही वन विभाग एवं लघु सिंचाई प्रमंडल को चैकडेम निर्माण के लिए निर्देश दिया गया। डीएम ने कहा कि पंचकोशी परिक्रमा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि इस बार पंचकोशी परिक्रमा को यादगार बनाने के लिए हर संभव उपाय करें।

कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बक्सर को जल जीवन हरियाली मद में विभागीय प्रावधान के आलोक में नियमानुसार आवंटित की गई राशि से तालाबों एवं कुंओं का जीर्णाेद्धार कार्य गुणवत्तापूर्वक कराने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि जीर्णोद्धार की गुणवत्ता मानक की कसौटी पर नहीं होने पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

ब्रेडा के द्वारा सरकारी विद्यालय, अस्पतालों एवं पंचायत सरकार भवन में लगाये गये रूफटॉप सोलर पॉवर प्लांट कि प्रगति पर सूची उपलब्ध नहीं कराने पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए ब्रेडा के सहायक परियोजना अभियंता से शो-कॉज करते हुए योजनाओं का सही रूप से निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया। बता दें कि अधिकांश विद्यालयों में सोलर प्लांट गुणवत्तापूर्ण नहीं लगाया गया है। जिस कारण इसका लाभ स्कूलों को नहीं मिल पा रहा है।