ऑपरेशन सिंदूर थीम पर सजेगा डुमरांव का शहीद गेट दुर्गापूजा पंडाल
इस वर्ष डुमरांव का ऐतिहासिक शहीद गेट दुर्गा पूजा के अवसर पर श्रद्धा और राष्ट्रभक्ति का अद्वितीय संगम पेश करेगा। यहां बनने वाला पूजा पंडाल पूरी तरह "ऑपरेशन सिंदूर" की थीम पर आधारित होगा। आयोजन समिति ने बताया कि इस वर्ष का पंडाल न सिर्फ आस्था का प्रतीक होगा बल्कि भारतीय सैनिकों और महिला अधिकारियों की वीरता को भी जन-जन तक पहुंचाएगा।

केटी न्यूज/डुमरांव
इस वर्ष डुमरांव का ऐतिहासिक शहीद गेट दुर्गा पूजा के अवसर पर श्रद्धा और राष्ट्रभक्ति का अद्वितीय संगम पेश करेगा। यहां बनने वाला पूजा पंडाल पूरी तरह "ऑपरेशन सिंदूर" की थीम पर आधारित होगा। आयोजन समिति ने बताया कि इस वर्ष का पंडाल न सिर्फ आस्था का प्रतीक होगा बल्कि भारतीय सैनिकों और महिला अधिकारियों की वीरता को भी जन-जन तक पहुंचाएगा।
शहीद गेट दुर्गापूजा समिति के अध्यक्ष काजू जायसवाल ने बताया कि इस पंडाल की सबसे खास बात यह है कि इसमें सेना की दो बहादुर बेटियों कर्नल सोफिया कुरैशी और वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह की शौर्य गाथा को विशेष स्थान दिया गया है। कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय शांति मिशन में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व किया। वहीं विंग कमांडर व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की पहली महिला फाइटर पायलट्स में शामिल हैं,
जिन्होंने देश के रक्षा इतिहास में नई इबारत लिखी। पंडाल में इन दोनों वीरांगनाओं के योगदान को मॉडल और कलात्मक प्रस्तुति के माध्यम से दर्शाया जाएगा। इस आयोजन समिति के उपाध्यक्ष सुमित गुप्ता, सचिव संतोष जायसवाल, कोषाध्यक्ष कृष्णा कुमार व विष्णु केशरी, मीडिया प्रभारी सौरभ केशरी, बब्लू गुप्ता, कृष्णा, शिवम गुप्ता, पप्पू वर्मा, नारायण जी, ट्विंकल वर्मा, अमित सिंह, गोल्डन जायसवाल, गोलू वर्मा, आशीष जायसवाल सहित अन्य सदस्य विशेष भूमिका निभा रहे है।
* पहलगाम हमले का दिखेगा दृश्य:
आयोजन समिति ने बताया कि पंडाल में पहलगाम आतंकी हमले का दृश्य भी विशेष आकर्षण रहेगा। इसमें यह दिखाया जाएगा कि किस तरह भारतीय सेना और सुरक्षाबलों ने अपने साहस से आतंकियों के मंसूबों को नाकाम किया और मातृभूमि की रक्षा की। सैनिकों की वर्दी, हथियारों और युद्धक्षेत्र के चित्रण से श्रद्धालु उस घटना की गंभीरता को महसूस कर सकेंगे। आयोजकों का कहना है कि यह प्रस्तुति न केवल श्रद्धांजलि होगी बल्कि नई पीढ़ी को यह संदेश भी देगी कि देश की सुरक्षा हमारे वीर जवानों के बलिदान पर टिकी है।
* आस्था और राष्ट्रप्रेम का संगम
पूजा समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि मां दुर्गा शक्ति, साहस और विजय की प्रतीक हैं। ठीक उसी तरह भारतीय सैनिक हर परिस्थिति में मातृभूमि की रक्षा करते हैं। दुर्गा मां के महिषासुर वध को सैनिकों के आतंकवाद और दुश्मनों पर विजय से जोड़कर श्रद्धालुओं तक यह संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है कि बुराई का अंत और न्याय की जीत ही सच्चा धर्म है। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए पंडाल परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।