एनजीओ का भोजन करने से कतरा रहे है बच्चें
केटी न्यूज/केसठ
शिक्षा विभाग के निर्देश पर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में बीते शुक्रवार से उज्ज्वल सवेरा समिति के द्वारा बच्चों के बीच मध्याह्न भोजन परोसा जा रहा है। पहले बच्चाे के लिए विद्यालय में ही मध्याह्न भोजन रसोइयों द्वारा पकाया जाता था। लेकिन अब एनजीओ के द्वारा येे कार्य किया जा रहा है। लेकिन एनजीओ के द्वारा दिए जा रहे भोजन के स्वाद और गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। बच्चों से मिली जानकारी अनुसार एनजीओ के द्वारा जो भोजन आ रहा है वो स्वादहीन है। प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों से मिली जानकारी के अनुसार उपस्थित बच्चों में से केवल 25 प्रतिशत ही बच्चें भोजन कर रहे है। अन्य बच्चें ये भोजन करने में कतरा रहे हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए कन्या प्राथमिक विद्यालय बस स्टैंड के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार, मध्य विद्यालय केसठ के प्रधानाध्यापक मुकेश यादव, जमुवा टोला के प्रधानाध्यापक अजय कुमार विक्रांत अनुसूचित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक लाल बाबू प्रसाद आदि ने बताया कि एनजीओ द्वारा दी जा रही भोजन में कई प्रकार की कमियां है। पहले बच्चे ताजा और गर्म भोजन करते थे लेकिन अब वो ठंडा भोजन करने को मजबूर है। इससे बच्चों के मानसिक, स्वास्थ सहित शारीरिक विकास पर भी असर पड़ेगा। वही शुक्रवार को मध्य विद्यालय केसठ में दर्जनों बच्चे खाना खाने के बाद उल्टी करने लगे। कन्या प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि एनजीओ के भोजन खाने में बच्चे कतरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उपस्थित के आधे से भी कम बच्चे भोजन कर रहे हैं।
एनजीओ के फील्ड निरीक्षक कमल शर्मा ने बताया कि विद्यालयों से शिकायतें मिल रही है। भोजन सुधार में लगभग एक सप्ताह समय लगेगा। जमुवा टोला के प्रधानाध्यापक ने बताया कि सोमवार को एनजीओ द्वारा उनके विद्यालय में बच्चों की संख्या से भी कम भोजन दिया गया। वही कुछ अभिभावकों ने कहा कि एनजीओ का भोजन संदेह जनक है कैसे बनाया जा रहा है ये किसी को पता नहीं है। जबकि स्कूलों में माता समिति द्वारा शिक्षकों के सामने भोजन पकाया जाता था।