सीढ़ी टूटने से नियाजीपुर ग्रामीण बैंक के उपभोक्ता दूसरे दिन भी हुए परेशान
गुरूवार को नियाजीपुर में प्रशासनिक टीम ने अतिक्रमण हटाने के दौरान दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की स्थानीय शाखा में उपभोक्ताओं के जाने के लिए बनी एकमात्र सीढ़ी को तोड़ दिया। शुक्रवार को भी बैंक प्रबंधन व मकान मालिक द्वारा इसकी स्थायी व्यवस्था नहीं की गई, बल्कि उपभोक्ताओं के लिए सिर्फ एक लोहे की सीढ़ी लगा दी गई थी।
- बगैर निकासी किए बैरंग लौटे दर्जनों उपभोक्ता, गुरूवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रशासन ने तुड़वा दी थी बैंक में जाने के लिए बनाई गई सीढ़ी
केटी न्यूज/सिमरी
गुरूवार को नियाजीपुर में प्रशासनिक टीम ने अतिक्रमण हटाने के दौरान दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की स्थानीय शाखा में उपभोक्ताओं के जाने के लिए बनी एकमात्र सीढ़ी को तोड़ दिया। शुक्रवार को भी बैंक प्रबंधन व मकान मालिक द्वारा इसकी स्थायी व्यवस्था नहीं की गई, बल्कि उपभोक्ताओं के लिए सिर्फ एक लोहे की सीढ़ी लगा दी गई थी। जिस पर चढ़ बैंक जाना महिला व बुजर्ग उपभोक्ताओं के लिए मुनासिब नहीं था। जिस कारण कई महिला व बुजुर्ग उपभोक्ताओं को निराश हो लौटना पड़ा।
उपभोक्ताओं का कहना था कि प्रशासन को बैंक जैसे महत्वपूर्ण स्थल में जाने के लिए स्थायी व्यवस्था किए बिना सीढ़ी नहीं तोड़नी चाहिए थी। उपभोक्ताओं का कहना है कि लोहे की सीढ़ी पर चढ़ने के दौरान उपभोक्ता गिरकर जख्मी भी हो सकते है। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्र में स्थित इस बैंक में नियाजीपुर के अलावे क्षेत्र के डूभा, गंगौली, राजापुर, सहियार, एकौना सहित दर्जनों गांव के लोग आते है। लेकिन, सीढ़ी तोड़े जाने से उन्हें लगातार दो दिनों तक बैंक की सेवा लेने से महरूम होना पड़ा है। जिससे उपभोक्ताओं की नाराजगी बढ़ गई है।