होटल में दलित किशोरी को बंधक बनाकर किया दुराचार ,चौकी इंचार्ज ने सुलह करवाने की करी कोशिश

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से फिर एक बार शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है।पूरा मामला मसौली थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर पुलिस चौकी के एक गांव से जुड़ा है।

होटल में दलित किशोरी को बंधक बनाकर किया दुराचार ,चौकी इंचार्ज ने सुलह करवाने की करी कोशिश
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केटी न्यूज़/बाराबंकी

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से फिर एक बार शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है।पूरा मामला मसौली थाना क्षेत्र के त्रिलोकपुर पुलिस चौकी के एक गांव से जुड़ा है।यहां के एक गांव की रहने वाली 16 वर्षीय दलित किशोरी बीती 22 अगस्त 2024 को शौच के बाद घर वापस लौट रही थी। इसी दौरान कुछ लोगों ने एक कार में पीड़िता को खींच कर बैठा लिया।अपहरणकर्ता अंकित वर्मा ने शहर के एक होटल में रख कर उसके साथ दुराचार किया।

अंकित ने होटल में दलित किशोरी को बंधक बनाकर उसके साथ दुराचार किया। उसके बाद गाजियाबाद में भी किशोरी के साथ गलत काम किया, फिर चार दिनों के बाद किशोरी को उसके गांव के बाहर छोड़कर युवक फरार हो गया।किशोरी के मामा का आरोप है कि जब उसने इसकी शिकायत पुलिस के पास की तो चौकी इंचार्ज ने जबरन सुलह करा दिया।सुलह के बदले एक लाख रुपया भी दिया।जिसमें से 50 हजार खाते में ऑनलाइन भेजा और बाकी नगद दिया गया।

पीड़िता के मामा ने चौकी त्रिलोकपुर आकर एक तहरीर दी। उनका आरोप है कि यहां सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक बैठाकर कोई कार्रवाई की जगह पीड़ित पक्ष का जबरन आरोपियों से सुलह करा दिया।पीड़िता के मामा ने बताया कि सुनवाई न होने पर हम लोगों ने पूरे मामले की शिकायत एसपी से की।

एसपी ने तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके मेडिकल कराने का आदेश दिया। एसपी ने थाना प्रभारी को फोन भी किया। दो घंटे बाद पुलिस पीड़िता के घर पहुंचकर मामा और पीड़िता को थाने ले आयी।इसके बाद थाने में एक युवक से मनमानी तहरीर लिखवा कर पीड़िता के साथ हुए कई तरह के अपराध हटाकर साइन बनवा कर मुकदमा दर्ज करके पीड़िता को थाने में ही बैठाए रखा।इसके अलावा तहरीर से त्रिलोकपुर पुलिस चौकी इंचार्ज मनोज कुमार का नाम भी निकलवा दिया।करीब 42 घंटे के बाद  किशोरी का मेडिकल भी नहीं करवाया। 

परिजनों का आरोप है कि किशोरी के मां बाप नहीं हैं।वह हम लोगों के पास ही रहती है।पुलिस ने जबरन उनपर सुलह के लिए दबाव बनाया।पीड़िता के मामा ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर घटना की शिकायत की साथ ही एसपी से मामले की शिकायत की तो उनके आदेश के बाद भी थाने की पुलिस ने तहरीर बदल कर मुकदमा दर्ज किया।