गलत इलाज से जच्चा बच्चा की मौत, परिजनों में आक्रोश, जांच में जुटी पुलिस
डुमरांव में गलत इलाज के कारण एक जच्चा-बच्चा की मौत से परिजनों में आक्रोश गहरा गया है। परिजनों ने इस मामले में मंगलवार को स्थानीय थाने में उक्त अस्पताल तथा डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
- परिजनों ने एफआईआर के लिए दिया है आवेदन, स्टेशन के पास संचालित जीवन ज्योति अस्पताल का है मामला
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव में गलत इलाज के कारण एक जच्चा-बच्चा की मौत से परिजनों में आक्रोश गहरा गया है। परिजनों ने इस मामले में मंगलवार को स्थानीय थाने में उक्त अस्पताल तथा डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इधर अस्पताल संचालक अस्पताल में ताला जड़ फरार हो गए है। मामला रेलवे स्टेशन के पास संचालित होने वाले जीवन ज्योति अस्पताल का है। मिली जानकारी के अनुसार सिमरी थाना क्षेत्र के मझवारी के राजाराम पासवान की पुत्री प्रिती की शादी यूपी बलिया जिले के रेवती थाना क्षेत्र के मांझा गांव में हुई थी। शादी के बाद उसे एक बेटी भी थी। वह, दूसरी बार गर्भवती हुई थी। जिसके बाद परिजनों ने प्रसव के लिए उसे स्टेशन के पास स्थित जीवन ज्योति अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां, 22 अगस्त को डॉ. जेएन तिवारी के नेतृत्व में आपरेशन कर बेटी पैदा किया गया। लेकिन, अगले ही दिन नवजात की मौत हो गई। अस्पताल संचालक द्वारा प्रसूता को अभी अपने निगरानी मंे ही रखा गया था कि 28 अगस्त को उसकी तबीयत भी खराब होने लगी। जिसके बाद अस्पताल द्वारा उसे बीके ग्लोबल हॉस्पिटल बक्सर रेफर कर दिया गया। लेकिन, मंगलवार को इलाज के दौरान ही प्रिती की मौत हो गई। इसके बाद बक्सर के अस्पताल द्वारा बताया गया कि डुमरांव में उसका गलत ऑपरेशन व इलाज हुआ है, जिस कारण जच्चा-बच्चा की मौत हुई है। इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने उक्त अस्पताल के खिलाफ लिखित शिकायत दी है। इधर मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस जांच में जुट गई है। जबकि, अस्पताल संचालक ताला जड़ फरार हो गया है।
कहते है थानाध्यक्ष
जच्चा-बच्चा की मौत की जानकारी मिली है। परिजनों ने गलत इलाज का आरोप लगाया है। इस मामले में सीएस से पुष्टि करवाने के बाद एफआईआर दर्ज किया जाएगा। दोषी पाए जाने पर अस्पताल संचालक के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। - शंभू कुमार भगत, थानाध्यक्ष, डुमरांव