बनकट में फैली डायरिया डेढ़ दर्जन आक्रांत, सहमें ग्रामीण
जिले के डुमरांव प्रखंड के बनकट गांव में डायरिया फैल गया है। गांव के करीब डेढ़ दर्जन लोग इसके प्रकोप में आ गए है। फैलने से लोग दहशत में आ गए हैं।
- जानकारी मिलते ही अलर्ट हुआ जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग
- राहत बचाव कार्य जारी, गांव तथा आस पास के इलाके में किया गया दवा का छिड़काव
केटी न्यूज/बक्सर
जिले के डुमरांव प्रखंड के बनकट गांव में डायरिया फैल गया है। गांव के करीब डेढ़ दर्जन लोग इसके प्रकोप में आ गए है। फैलने से लोग दहशत में आ गए हैं। स्वास्थ्य विभाग से लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है। डायरिया वाले गांव में प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम कैम्प कर स्थिति को संभालने में जुट गई। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि स्थिति नियंत्रित कर ली गई है।
वही, डायरिया का प्रकोप फैलने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। जबकि स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन द्वारा गांव में राहत व बचाव कार्य चलाया जा रहा है। आक्रांत लोगों को दवा देने के साथ ही गांव मे भी संक्रमण रोकने के लिए दवा का छिड़काव कराया गया। इस काम में नगर परिषद भी जुट गया। स्थिति संभलने के बाद जिले का प्रशासनिक महकमा चैन की सांस लिया। जबकि मरीजों की हालत भी स्थिर बनी हुई है।
डीएम की है पैनी नजर
बनकट में डायरिया फैलने की खबर पर डीएम अंशुल अग्रवाल तक की पूरी नजर लगी हुई है। इधर स्वास्थ्य विभाग के सीएस डॉ. एससी सिन्हा से लेकर आलाधिकारी तक वहां पहुंच जानकारी हासिल किये और लोगों से पूछताछ करते हुए उन्हें नहीं घबड़ाने की नसीहत देते हुए प्रशासन हर तरह से सेवा में तैयार रहने की बात कही। इस संबंध में जब पीएचसी प्रभारी डा. आरबी प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गांव की स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। जो डेढ़ दर्जन लोग अक्रात हुए हैं, उनका इलाज किया गया है, सभी स्वस्थ्य हैं। उनके परिवार को समझाकर दवा भी दिया गया है।
नगर परिषद की टीम ने कराया एंटी लार्वा व ब्लीचिंग का छिड़काव
बता दें कि बनकट गांव डुमरांव नगर परिषद के विस्तारित क्षेत्र में शामिल है। जिस कारण चेयरमैन सुनीता गुप्ता और उनकी पूरी टीम गांव में जाकर एंटी लार्वा व ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव शुरू करा दिया है। गांव के लोगों से मुलाकत सारी जानकारी हासिल की गई। नप ने इस गांव से सटे महरौरा गांव को भी सेनेटाइज करा दिया है, जिससे डायरिया के चपेट में ग्रामीण नहीं आए। साथ ही लोगों को एहतियात बरतने के लिए समझाया भी गया है। मेडिकल व नप टीम ने हर परिवार में ओआरएस के घोल को वितरित करवाया। सभी की तत्परता से डायरिया को बेकाबू होने से पहले ही काबू कर लिया गया।
जलजमाव से घिरा है बनकट गांव
विदित हो कि बनकट गांव से पक्की सड़क गुजरती है, जो पूरी तरह से जर्जर है। जबकि सड़क किनारे चाट तथा गांव के चारों तरफ जलजमाव हो गया है। गांव के उत्तर व दक्षिण में आहर है, जहां सालों से जलजमाव है। इसके कारण पूरा गांव पानी से घिरकर टापू बन गया है, इससे भी ग्रामीण हमेशा परेशानी में पड़े रहते हैं। इसका पंचायत स्तर पर निजात नहीं दिलाया जा सका है। बनकट गांव अब नगर परिषद में शामिल हो गया है, लिहाजा लोगों को आश बंधी है कि गांव अब शहर की तरह दिखने लगेगा।
पिछले महीने ही विभाग ने चलाया था अभियान
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा पिछले महीने ही डायरियां रोकने के लिए अभियान चलाया गया था। इस दौरान विभाग ने दावा किया था कि पूरे जिले में डायरिया रोकने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया गया है। लोगों को साफ सफाई से रहने तथा दस्त होने पर ओआरएस घोल लेने की नसीहत दी गई थी। लेकिन, विभाग की यह कवायदें धरातल पर नहीं उतरी। जिसका प्रमाण बनकट गांव में फैली डायरिया है। गांव के चारों तरफ आज भी जलजमाव व गंदगी फैली है।