वार्ड 18 के जतकुटवा बस्ती के पास जलापूर्ति का पाइप फटने से स्टेशन रोड में हुआ जलजमाव, पैदल चलना भी हुआ मुश्किल
स्टेशन रोड जतकुटवा बस्ती के पास जलजमाव की स्थिति विगत एक सप्ताह से जारी है। धीरे-धीरे इसका दायरा बढ़ते हुए जतकुटवा बस्ती के घरों प्रवेश करने लगा है। इतना ही नहीं कमल नगर मोहल्ले की नाली पूरी तरह से भर गलियों में फैलने लगा है। ऐसे में स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों और महिलाओं परेशानी ज्यादा बढ़ गई है।

- एक सप्ताह से बनी है समस्या, बेफिक्र बना है नगर परिषद, गहराया आक्रोश
केटी न्यूज/डुमरांव
स्टेशन रोड जतकुटवा बस्ती के पास जलजमाव की स्थिति विगत एक सप्ताह से जारी है। धीरे-धीरे इसका दायरा बढ़ते हुए जतकुटवा बस्ती के घरों प्रवेश करने लगा है। इतना ही नहीं कमल नगर मोहल्ले की नाली पूरी तरह से भर गलियों में फैलने लगा है। ऐसे में स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों और महिलाओं परेशानी ज्यादा बढ़ गई है।
इस परेशानी को दूर करने के लिये नही पीएचईडी विभाग ही आगे आया और नहीं नप ही। इसको लेकर आम लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है, ऐसे में रोड जाम करने की योजना लोग बना रहे हैं।विदित हो कि महराजा पेट्रोल पंप के पास जहां पर रोड के पश्चिम की तरफ नाली के पानी निकलने के लिये अंडरग्राउंड पुलिया का निर्माण किया गया है। पुलिया के निर्माण के समय ही जलापूर्ति का पाइप फट गया था।
पुलिया तो बनकर तैयार होकर चालू भी हो गया, लेकिन जो पानी आपूर्ति का पाइप टूट गया था, उसे नहीं ठीक किया जा सका है। ऐसे में जब जलापूर्ति शुरू होती है जलजमाव होना शुरू हो जाता है, जो पूरे दिन रहता है। यह सिलसिला लगभग दस दिनों से चला आ रहा है। अब इसका दायरा धीरे-धीरे बढ़ते हुए करीब पचास मीटर के दायरे में पूरी सड़क को समेट लिया है।
जिस कारण स्थानीय निवासियों के अलावे वाहन चालकों की परेशानी बढ़ गई है। आलम यह है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इससे प्रभावित संटू मित्रा, सोनू वर्मा, बब्लू पांडेय, सुरेन्द्र पाल सहित अन्य का कहना है कि जलजमाव के कारण स्थिति नारकीय बन गई है, जबकि नगर परिषद प्रशासन फटे पाइप के मरम्मत के प्रति उदासीन बना हुआ है।
लोगों का कहना है कि यदि फटे पाइप का मरम्मत करा दिया जाएगा तो जलजमाव से मुक्ति मिल जाएगी, लेकिन नगर परिषद की उदासीनता के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है। जिस कारण इस पथ पर पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है। मालूम हो कि यह स्थान स्टेशन से महज 200 मीटर की दूरी पर है, बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई पहल नहीं होना, लोगों के समझ से बाहर हो गया है। रोड पर पानी जमा होने से वाहनों के आने और जाने से रोड में गड्ढा बनते जा रहा है,
जिससे वाहनों को कुछ पता नहीं चलता और उसमें आकर फंस जाते हैं। अब तो शील कुटवा बस्ती में भी पानी प्रवेश करने लगा है, जिससे बस्ती के लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इनके द्वारा पत्थर से बनाए गए घरेलू समानों को रोड पर रख बेचने लगे हैं। इससे दुर्घटना होने का भय बना रहता है। इस संबंध में जब चेयरमैन सुनीता गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया की इसकी जानकारी मुझे नहीं है। इस तरह की समस्या है तो उसे चौबीस घंटों के भीतर सही करा दिया जाएगा। लोगों की उम्मीद पीएचईडी विभाग से हटकर नप की तरफ चली गई है।
जलजमाव के कारण जर्जर हो गई है सड़क
बता दें कि इस जगह पर जलजमाव के कारण सड़क पूरी तरह से जज्रर हो गड्ढों में तब्दील हो गई है। जिस कारण लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि हर समय वाहन दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। बता दें कि अभी हाल ही में इस सड़क की मरम्मत करवाई गई थी, लेकिन जलजमाव के कारण पूरी तहर से गड्ढों में तब्दील हो गई है। लोगों का कहना है कि बरसात में इस पथ से गुजरना मुश्किल हो जाएगा।
यहां बता दें कि जतकुटवा बस्ती में जलमीनार लगाए जाने व जलापूर्ति के लिए पाइप बिछाए जाने के दौरान संवेदक द्वारा भारी पैमाने पर अनियमितता बरती गई थी तथा दोयम दर्जे का पाइप लगाया गया था, जिस कारण यह समस्या बनी हुई है। यह भी दिलचस्प है कि इस मोटर पंप से सिर्फ जतकुटवा बस्ती तक ही जलापूर्ति सिमटकर रह गई है, बावजूद हर महीने पाइप फटने से हजारों लीटर पेयजल बर्बाद होता है तथा अबतक दर्जनों बार मरम्मत के नाम पर नगर परिषद हजारों रूपए खर्च कर चुकी है, जिससे कई सवाल उठ रहे है।