प्रवासी पक्षी की तरह है डुमरांव विधायक, चुनाव बाद नहीं आएंगे नजर - भाजपा

डुमरांव की राजनीति इन दिनों सड़क निर्माण कार्य और विवादित बयानों को लेकर गरमा गई है। एक ओर भाजपा कार्यकर्ता और युवा मोर्चा विधायक डॉ. अजीत कुमार सिंह के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं, वहीं विधायक विकास कार्यों की सूची गिनाकर विपक्ष पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं।

प्रवासी पक्षी की तरह है डुमरांव विधायक, चुनाव बाद नहीं आएंगे नजर - भाजपा

-- भाजपा और विधायक आमने-सामने, विकास बनाम आरोपों की जंग तेज

-- डुमरांव की राजनीति में सड़क और शब्दों की जंग

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव की राजनीति इन दिनों सड़क निर्माण कार्य और विवादित बयानों को लेकर गरमा गई है। एक ओर भाजपा कार्यकर्ता और युवा मोर्चा विधायक डॉ. अजीत कुमार सिंह के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं, वहीं विधायक विकास कार्यों की सूची गिनाकर विपक्ष पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं।

विवाद की शुरुआत तब हुई जब भाजपा कार्यकर्ताओं ने शहर की मुख्य सड़क निर्माण में देरी को मुद्दा बनाया। नाराज कार्यकर्ताओं ने विधायक का पुतला दहन किया और तस्वीर गधे पर लगाकर नगर में घुमाया। इस प्रदर्शन ने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी। भाजपा के विरोध के बाद विधायक डॉ. अजीत कुमार सिंह ने मंगलवार को प्रेस वार्ता कर भाजपा कार्यकर्ताओं को “लुच्चा-लफंगा” कह डाला। उनके इस बयान ने माहौल को और अधिक गरमा दिया और विपक्ष को हमला बोलने का अवसर मिल गया।

-- भाजपा युवा मोर्चा का तीखा हमला

इसके जवाब में भाजपा युवा मोर्चा ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर विधायक पर कई गंभीर आरोप लगाए। युवा नेता दीपक यादव ने कहा कि विधायक का बयान न केवल कार्यकर्ताओं बल्कि जनता का भी अपमान है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक ने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का फर्जी उद्घाटन कर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की है और विभिन्न संस्थाओं से आर्थिक लाभ लिया है।

युवाओं ने अनुमंडल अस्पताल की सफाई व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एजेंसियों की अदला-बदली भी लाभ कमाने का साधन बनी रही, जबकि अस्पताल की हालत जस की तस है। भाजपा नेताओं ने विधायक को “अर्बन नक्सली” तक कह डाला और आरोप लगाया कि जमीन खिसकते देख वे अभद्र भाषा का सहारा ले रहे हैं।

दीपक ने कहा कि डुमरांव में सड़क निर्माण का श्रेय विधायक ले रहे है, लेकिन निर्माण की मंथर रफ्तार से व्यवसायियों, छात्रों, मरीजों तथा आम लोगों को फजीहत झेलनी पड़ रही है। त्योहार के ऐन वक्त पर सड़क निर्माण होने से व्यवसाय चौपट हो रहा है। मैने डुमरांव के व्यवसायियों के कहने पर पुतला दहन का नेतृत्व किया था,

जबकि विधायक ने मेरे खिलाफ अपशब्द कह पूरे व्यवसायी समाज व शहरवासियों को गाली दी है। दीपक ने कहा कि हमारे लिए राजनीति अलग मुद्दा है और समाज सेवा अलग, मैं कभी भी समाज की सेवा से पीछे नहीं हटूंगा, इसके लिए भले ही विधायक मुझे कुछ भी कहे।

-- प्रवासी पक्षी है विधायक, चुनाव बाद नहीं दिखेंगे - शक्ति राय

वहीं, भाजपा के जिला प्रवक्ता शक्ति राय ने कहा कि डुमरांव विधायक प्रवासी पक्षी की तरह है तथा चुनाव बाद वे नजर नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि वे सिर्फ चुनाव जीतने के बाद ही डुमरांव आए है, अभी तक अपना स्थायी आशियाना भी नहीं बना पाए है। उन्हें पता है कि इस चुनाव में जनता उन्हें हराकर यहां से हटाने वाली है। शक्ति राय ने कहा कि माले का इतिहास ही हिंसा व अपशब्दों का रहा है। डुमरांव विधायक इसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे है, लेकिन डुमरांव की जनता आगामी चुनाव में इसका मुंहतोड़ जबाव देगी। 

-- हिन्दू त्योहारों को जानबूझकर किया जा रहा है टॉरगेट - सौरभ तिवारी

वहीं, युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष सौरभ तिवारी ने कहा कि जिस तरह डुमरांव विधायक छात्र राजनीति से आए है, उसी तरह दीपक यादव भी छात्र राजनीति की पाठशाला से ही आए है। विधायक जिस भाषा का प्रयोग कर रहे है वह कही से भी संसदीय नहीं है। सौरभ ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता ईंट का जबाव पत्थर से देना जानते है। 

वहीं, सौरभ ने कहा कि पूरे राज्य में माले तथा राजद समर्थित विधायकों द्वारा जानबूझकर अपने चहेते ठेकेदारों से त्योहारी सीजन में सड़क निर्माण कराया जाता है, ताकि हिन्दुओं का त्योहार बाधित हो। उन्होंने डुमरांव विधायक को हिन्दू विरोधी बताया और कहा कि इस चुनाव में डुमरांव की जनता इन्हें सबक सिखाएगी।

-- भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं - विधायक

वहीं, विधायक डॉ. अजित कुमार सिंह ने कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। हमारे प्रेस कॉफें्रस के बाद जानबूझकर प्रेस वार्ता आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि जनता सब समझ रही है।  प्रेस वार्ता कार्यक्रम भाजपा नेता मुखिया सिंह कुशवाहा की अध्यक्षता में आयोजित हुआ था। मौके पर भाजपा नेता रोहित सिंह, शुभम सिंह, शिवजी शर्मा, प्रभाकर आदि मौजूद थे।