डुमरांव स्टेशन मार्ग बना दुश्वारियों का सबब, कीचड़ और जाम से परेशान यात्री, छूट रही ट्रेनें

डुमरांव रेलवे स्टेशन स्थित दुर्गा मंदिर से लेकर रेलवे टिकट काउंटर तक की सड़क इन दिनों बदहाली की मार झेल रही है। हल्की बारिश के बाद यह मार्ग कीचड़युक्त और फिसलनभरा हो गया है, जिससे राहगीरों के साथ-साथ यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कीचड़ के चलते लोग फिसलकर गिर रहे हैं। वहीं ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की मनमानी पार्किंग के कारण मार्ग पर अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है।

डुमरांव स्टेशन मार्ग बना दुश्वारियों का सबब, कीचड़ और जाम से परेशान यात्री, छूट रही ट्रेनें

केटी न्यूज/डुमरांव 

डुमरांव रेलवे स्टेशन स्थित दुर्गा मंदिर से लेकर रेलवे टिकट काउंटर तक की सड़क इन दिनों बदहाली की मार झेल रही है। हल्की बारिश के बाद यह मार्ग कीचड़युक्त और फिसलनभरा हो गया है, जिससे राहगीरों के साथ-साथ यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कीचड़ के चलते लोग फिसलकर गिर रहे हैं। वहीं ऑटो और ई-रिक्शा चालकों की मनमानी पार्किंग के कारण मार्ग पर अक्सर जाम की स्थिति बन जाती है।

यह सड़क डुमरांव रेलवे स्टेशन तक पहुंचने का मुख्य रास्ता है। रोजाना हजारों लोग इसी सड़क से होकर स्टेशन पहुंचते हैं। लेकिन, इन दिनों सड़क की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि सुबह के समय जब ट्रेन पकड़ने की होड़ होती है, तो यात्री सड़क पर गिरने और जाम में फंसने से परेशान हो उठते हैं। रविवार की सुबह ऐसी ही स्थिति बनी, जब स्टेशन की ओर जाने वाले दर्जनों यात्री ट्रेनों तक समय पर नहीं पहुंच पाए और उनकी ट्रेनें छूट गई।

यात्री रवि कुमार, अविनाश सिंह, दिनेश प्रसाद, मोहन गुप्ता आदि ने बताया कि यहां हर साल बरसात में यही हाल होता है। कीचड़ और जलजमाव के कारण सड़क पर चलना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन इस बार स्टेशन नवनिर्माण को लेकर स्थिति और भी खराब है। सड़क पर ई-रिक्शा और ऑटो चालक मनमाने ढंग से वाहन खड़ा कर देते हैं, जिससे जाम हो जाता है।

पुलिस-प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। वहीं महिला यात्री गीता देवी, शोभा कुमारी का कहना है कि सुबह की ट्रेन पकड़ने के लिए हम समय से घर से निकलते हैं, लेकिन यहां आकर जाम में फंस जाते हैं। सड़क इतनी फिसलन भरी है कि पैर भी संभालना मुश्किल हो जाता है। कई बार बच्चे और बुजुर्ग गिर जाते है।

लोगों का कहना है कि यात्रियों की सुविधा के लिए ऑटो व ई-रिक्शा तो जरूरी हैं, लेकिन इनके संचालन में कोई अनुशासन नहीं है। उन्होंने जल्द से जल्द इस सड़क की मरम्मत कराने की गुहार लगाई है।