हल्की बारिश में भी मुख्य सड़क पर जमा हो रहा है बारिश का पानी, चौपट हो रही सड़क नगर परिषद मोन

हल्की बारिश में भी मुख्य सड़क पर जमा हो रहा है बारिश का पानी, चौपट हो रही सड़क नगर परिषद मोन

हल्की बारिश में भी मुख्य सड़क पर जमा हो रहा है बारिश का पानी, चौपट हो रही सड़क नगर परिषद मोन

- ईदगाह से लालगंज कड़वी तक गायब हो गई है सड़क किनारे की चाट

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव में जलजमाव की समस्या दशकों पुरानी है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से गली मोहल्लों की कौन कहे बल्कि हल्की बारिश में मुख्य पथ जलमग्न हो जा रहा है। खासकर ईदगाह से लेकर लालगंज कड़वी के आगे जतकुटवा बस्ती तक आधा दर्जन ऐसे जगह है जहां हल्की बारिश के बाद भी स्टेशन रोड में जलजमाव हो जा रहा है। जानकारों की मानें तो इसका मुख्य वजह स्टेशन रोड के किनारे के चाटों का अतिक्रमण है। स्थानीय निवासी सड़क के दोनों किनारे के चाटों में मिट्टी डाल उसका अतिक्रमण कर लिए है। कई जगहों पर तो चाट की उंचाई सड़क के बिल्कुल बराबर हो गई है। जिस कारण हल्की बारिश के बाद सड़क पर जलजमाव हो जा रहा है। इससे सड़क का अस्तित्व भी चौपट हो रहा है। अतिक्रमणकारियों पर नगर परिषद प्रशासन की मेहरबानी से उनका मनोबल बढ़ा हुआ है।

चाट का अतिक्रमण कर हो रहा व्यवसायिक उपयोग

ईदगाह से विष्णुमंदिर तक सड़क के किनारे जो चाट बनाए गए थे उसका अतिक्रमण कर व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है। सबसे अधिक अतिक्रमण ईदगाह से अंजान ब्रह्म बाबा मंदिर तक हुआ है। यहां चाट में ही आधा दर्जन से अधिक दुकानें संचालित हो रही है। 

इन जगहों पर होता है जलजमाव 

स्टेशन रोड में ईदगाह से राइजिंग सन इंटरनेशनल स्कूल तक, लालगंज कड़वी के ठाकुरबाड़ी के पास विष्णु मंदिर तथा जतकुटवा बस्ती ऐसे इलाके है जहां हल्की बारिश के बाद भी मुख्य पथ पर जलजमाव हो जा रहा है। यही कारण है कि इन जगहों पर सड़क पर बड़े बड़े गड्ढें उभर आए है। जिस कारण आवागमन बाधित होने के साथ ही सड़क दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। 

चौपट हो गया है शहर का डेªनेज सिस्टम

जलजमाव की समस्या न सिर्फ मुख्य सड़क तक सीमित है बल्कि शहर के अधिकांश गली मोहल्लों में भी यह नासूर बन चुका है। स्टेशन रोड के अलावे मुख्य मंडी राजगोला रोड, नया तालाब रोड, साफाखाना रोड, लालगंज कड़वी का मुख्य पथ, खिरौली पथ, टेक्सटाईल कॉलोनी, सुमित्रा कॉलेज पथ के अलावे कई अन्य गली मोहल्लों में भी जलजमाव से स्थिति नारकीय हो जा रही है। बताया जाता है कि शहर का ड्रेनेज सिस्टम चौपट हो गया है। सेंट्रल नाला के अतिक्रमण के साथ ही शहर के विभिन्न मोहल्लों में सड़कों के किनारे बनी नालियों के पानी का निकास नहीं है। जिस कारण जलजमाव की समस्या अब नासूर बन गई है। नगर परिषद प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिए जाने से स्थिति गंभीर बनते जा रही है।