परिजनों का आरोप बक्सर सदर अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही के कारण हुई नवविवाहिता की मौत, किया आगजनी व सड़क जाम

सदर अस्पताल में इलाज के दौरान एक नवविवाहिता की मौत हो गई। घटना गुरूवार दोपहर की है। इस घटना के विरोध में परिजनों ने घंटो अस्पताल गेट के पास बक्सर चौसा पथ पर आगजनी कर सड़क जाम कर दिया

परिजनों का आरोप बक्सर सदर अस्पताल में इलाज के दौरान लापरवाही के कारण हुई नवविवाहिता की मौत, किया आगजनी व सड़क जाम

- परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाया लापरवाही का आरोप, प्रशासन ने समझा बुझाकर हटवाया जाम

केटी न्यूज/बक्सर

सदर अस्पताल में इलाज के दौरान एक नवविवाहिता की मौत हो गई। घटना गुरूवार दोपहर की है। इस घटना के विरोध में परिजनों ने घंटो अस्पताल गेट के पास बक्सर चौसा पथ पर आगजनी कर सड़क जाम कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही तत्काल नगर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा, सीओ प्रशांत शांडिल्य तथा बीडीओ रोहित कुमार मौके पर पहुंच परिजनों को समझा बुझाकर जाम हटवाए।

इस दौरान घंटो सदर अस्पताल में अफरा तफरी मची रही। जबकि सड़क जाम किए जाने से बक्सर चौसा पथ पर परिचालन भी ठप हो गया था। मृतका की पहचान बक्सर नया बाजार के बिजेन्द्र केशरी के 22 वर्षीय पुत्री रीचा कुमारी के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार सुबह करीब 11 बजे पेट दर्द तथा उल्टी होने पर परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल गए थे।

लेकिन इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था, जबकि ओपीडी में मौजूद डॉक्टर पहले पुर्जा बनवाने की बात कह रहे थे। इधर काउंटर पर लंबी लाईन लगी थी। हालांकि अस्पताल में मौजूद जीएनएम व नर्स द्वारा ऑक्सीजन लगाया गया। वही बीपी लेने की कोशिश की गयी लेकिन बीपी मशीन ख़राब होने की वजह से पता नहीं चल पाया। लंबी लाईन को देखते हुए पुनः डॉक्टर से रिक्वेस्ट किया गया तो बोले की मरीज को लेकर आइये।

मजबूरन परिजन ऑक्सीजन निकालकर डॉक्टर को दिखाने ले गए, जहां देखने के बाद डॉक्टर द्वारा कुछ जांच लिख बाहर करवाने के लिए बोला गया। जहां मौजूद एक व्यक्ति द्वारा बहार पैथोलेब में जांच के लिए ले गया। इधर ऑक्सीजन निकालने के बाद मरीज की हालत बिगड़ गई। पुनः इमरजेंसी वार्ड में लेकर ऑक्सीजन लगाया गया, लेकिन थोड़ी देर में ही उसकी मौत हो गई।

उसकी मौत की खबर मिलते ही परिजन तथा मोहल्ले की सैकड़ो महिलाओं तथा पुरूषों ने स्टेªचर पर शव रख तथा आगजनी कर सड़क जाम कर दिया। हालाकि जाम की सूचना पर पहुंची प्रशासनिक टीम ने थोड़े देर में ही उन्हें समझा बुझाकर शांत करा दिया।

तीन महीने पहले हुई थी शादी

मिली जानकारी के अनुसार मृतका रीचा की अभी मात्र तीन महीना पहले ही रोहतास जिले के दावथ थाना क्षेत्र के स्थानीय गांव में शादी हुई थी। शादी के बाद अभी कुछ दिन पहले ही वह अपने मायके आई थी। इसी दौरान गुरूवार को उसका तबीयत बिगड़ा तथा इलाज के दौरान मौत हो गई। उसकी मौत से परिजनों में मातम पसर गया है।

कहते है सीएस

महिला की हालत सीरियस थी। अस्पताल में मौजूद डॉक्टर द्वारा उसे बचाने का भरपूर प्रयास किया गया। लेकिन, उसकी हालत बिगड़ती चली गई। डॉक्टर द्वारा इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई है। उसे तत्काल ऑक्सीजन भी लगाया गया था। परिजनों का आरोप बेबुनियाद है। - सुरेश चंद्र सिन्हा, सीएस, बक्सर