पूर्व मुखिया की पुलिस हिरासत में मौत, भड़के ग्रामीण की हंगामा व रोड जाम
केटी न्यूज/आरा।
भोजपुर के कोईलवर प्रखंड के चांदी थाना क्षेत्र के गोपालपुर पंचायत के पूर्व मुखिया राधा प्रसाद की पुलिस हिरासत में लिये जाने के बाद मौत हो गयी है। पुलिस की कार्रवाई से आहत पूर्व मुखिया की हार्ट अटैक के कारण मौत होने की बात कही जा रही है। उससे लोगों का आक्रोश भड़क उठा। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को सड़क पर उतर गये।
लोगों द्वारा सकड्डी-नासरीगंज स्टेट हाइवे को जाम कर दिया। उससे करीब छह घंटे तक आवागमन बाधित रहा। सड़क जाम कर रह लोग पुलिस अफसरों पर पूर्व मुखिया को हिरासत में लेने और प्रताड़ित करने का आरोप लगा रहे थे। उसे लेकर ग्रामीणों की ओर से दोषी अफसरों और जवानों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही थी। परिजनों और ग्रामीणों का कहना था कि पूर्व मुखिया राधा प्रसाद सिंह की इलाके में बेदाग और स्वच्छ छवि थी। बावजूद उसके पुलिस द्वारा हथकड़ी लगाकर ले जाया गया। वहां मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। उस अपमान को वह सहन नहीं कर पाए और कुंठा में उनकी मौत हो गयी।
ग्रामीणों ने एक स्वर में इस घटना के दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने और उनपर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। सूचना मिलने पर प्रभारी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया। उसके बाद लोगों का गुस्सा शांत हुआ और आवागमन बहाल किया गया। इस मामले में पूर्व मुखिया के परिजनों की ओर से थाने में आवेदन भी दिया गया है। उसमें कहा गया है कि कुछ ग्रामीणों की मौखिक शिकायत पर आठ दिसंबर की रात साढ़े 11 बजे चांदी थाने के एएसआई सत्यनारायण तिवारी तीन सैप जवानों के साथ चांदी थाना क्षेत्र के कोसिहान स्थित राधा प्रसाद सिंह के घर पहुंचे।
उस दौरान पुलिस दूसरे के घर के रास्ते उनके निजी आवास में घुसे और अपमानित और प्रताड़ित करते हुए पूर्व मुखिया को थाना ले गये। हालांकि ग्रामीणों के पंहुचने पर कोई आवेदन नहीं दिए जाने की बात कह अगले दिन 9 दिसम्बर को उन्हें छोड़ दिया गया। परिजनों ने बताया कि थाने से छोड़े जाने के बाद वह काफी व्यथित थे। उसके बाद उनकी तबियत लगातार बिगड़ती गयी.इसी दौरान 10 दिसंबर की देर शाम उनकी मौत हो गई। परिजनों द्वारा यह बताया गया कि जिस समय पुलिस घर पर उन्हें पकड़ने आई थी, उस समय उनके साथ महिला सिपाही नहीं थी। बावजूद उनके घर की महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया। प्रभारी थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने फोन पर बताया कि परिजनों की ओर से एएसआई के खिलाफ आवेदन दिया गया है। वरीय पदाधिकारी के आदेश का इंतजार किया जा रहा है। आदेश के बाद आवेदन पर कार्रवाई की जाएगी।