दीवान के बड़का गांव में धारा प्रवाहित तार की चपेट में आए चार किसान, एक की हालत गंभीर

जिले के सिकरौल थाना क्षेत्र के दिवान के बड़कागांव गांव में सोमवार सुबह खेत की पटवन के लिए बिछाए गए धारा प्रवाहित तार की चपेट में आने से चार पशुपालक किसान झुलस गए। यह हादसा सुबह करीब आठ बजे हुआ, जब ग्रामीण अपने मवेशियों को चराने खेत की ओर जा रहे थे। घायल धर्मेंद्र यादव की हालत गंभीर है और उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी तीन घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।

दीवान के बड़का गांव में धारा प्रवाहित तार की चपेट में आए चार किसान, एक की हालत गंभीर

-- पटवन के लिए खेत में बिछाया गया था तार, सुबह-सुबह मवेशी चराने निकले थे किसान

केटी न्यूज/बक्सर 

जिले के सिकरौल थाना क्षेत्र के दिवान के बड़कागांव गांव में सोमवार सुबह खेत की पटवन के लिए बिछाए गए धारा प्रवाहित तार की चपेट में आने से चार पशुपालक किसान झुलस गए। यह हादसा सुबह करीब आठ बजे हुआ, जब ग्रामीण अपने मवेशियों को चराने खेत की ओर जा रहे थे। घायल धर्मेंद्र यादव की हालत गंभीर है और उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बाकी तीन घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।

मिली जानकारी के अनुसार, गांव के मुरली महतो अपने खेत की सिंचाई के लिए बिजली आपूर्ति हेतु खुले तारों का उपयोग कर रहे थे। वे पटवन के लिए खेत में खुला तार बिछा छोड़ दिए थे, उसमें करंट प्रवाहित हो रहा था। इसी दौरान मुन्ना यादव, धर्मेंद्र यादव, देवव्रत पाल और ददन यादव मवेशियों के साथ खेत के पास से गुजर रहे थे, तभी वे बिजली प्रवाहित तार की चपेट में आ गए और झुलस गए।

घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तत्काल घायलों को अस्पताल पहुंचाया। धर्मेंद्र यादव की स्थिति गंभीर देख उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।इस हादसे से ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। लोगों का आरोप है कि बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से खुले तारों से यह हादसा हुआ। ग्रामीणों ने स्थानीय पावर सब स्टेशन के अधिकारियों को सूचना दी, लेकिन उनका कहना

है कि अधिकारी लिखित शिकायत लेने से भी इनकार कर रहे हैं।ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि खेतों से बिजली के खुले तार नहीं हटाए गए तो वे व्यापक आंदोलन करेंगे। यह हादसा प्रशासन और बिजली विभाग की घोर लापरवाही को उजागर करता है, जिससे भविष्य में और भी बड़े हादसे हो सकते हैं।