महोत्सव का भव्य समापन: मनोज तिवारी ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध, मंत्री दयाशंकर ने किया विभूतियों को सम्मानित

बलिया। बलिया स्थापना दिवस के मौके पर 28 अक्टूबर से पुलिस लाइन परेड ग्राउंड में आयोजित पांच दिवसीय बलिया महोत्सव का शानदार समापन हुआ।

महोत्सव का भव्य समापन: मनोज तिवारी ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध, मंत्री दयाशंकर ने किया विभूतियों को सम्मानित

केटी न्यूज़/ बलिया

बलिया। बलिया स्थापना दिवस के मौके पर 28 अक्टूबर से पुलिस लाइन परेड ग्राउंड में आयोजित पांच दिवसीय बलिया महोत्सव का शानदार समापन हुआ। इस महोत्सव में देशभर से आए कलाकारों ने कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए। अंतिम दिन, दिल्ली के सांसद और मशहूर भोजपुरी फिल्म अभिनेता मनोज तिवारी ने अपने कार्यक्रम से सबका दिल जीत लिया। उन्होंने 'बलिया में लागे जहाँ दादरी के मेला ए बलमुवा हमरे' से शुरुआत की और 'इंटरनेशनल लिट्टी चोखा' गाकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। 

मनोज तिवारी के गाने 'एकरे त रहल ह जरूरत' पर जनता बेकाबू हो गई और उन्होंने 'बढ़ई बढ़ई खूँटा चीरऽ' गाकर सभी की बचपन की यादें ताजा कर दीं। इसके बाद, उन्होंने कई भोजपुरी गानों के साथ दर्शकों का मनोरंजन किया। 

इस दौरान, स्थानीय कलाकार सन्नी पांडेय ने भी अपने गीत पेश किए। कार्यक्रम के अंतिम दिन, प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री और नगर विधायक दयाशंकर सिंह तथा विशिष्ट अतिथि राज्यसभा सांसद नीरज शेखर ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को पत्र सौंपकर सम्मानित किया। 

मंत्री दयाशंकर सिंह ने जनपद की कई विभूतियों, जैसे साहित्यकार जनार्दन राय, वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद उपाध्याय और रंगमंच के कलाकारों को अंगवस्त्रम और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि बलिया महोत्सव को अगले वर्ष और भव्य तरीके से मनाया जाएगा, और यह आयोजन अगले साल से सात दिनों तक चलेगा। 

महोत्सव के चौथे दिन भी कई कार्यक्रम हुए, जिसमें लोक कलाकार गोपाल राय ने गीत प्रस्तुत किए और कश्मीरी, राजस्थान और पंजाब के कलाकारों ने अपने नृत्य और प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री राजधारी सिंह, एसपी विक्रांत वीर, सीडीओ ओजस्वी राज, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव और अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे।

राम जन्म से सीता स्वयंवर तक का मंचन

बलिया। लखनऊ के नृत्यांजलि फाउंडेशन के कलाकारों ने महोत्सव में शानदार प्रस्तुति दी। उन्होंने प्रभु श्री राम के जन्म से लेकर सीता स्वयंवर तक की मनमोहक नृत्य प्रस्तुति दी, जिसे देखकर लोग भक्ति रस में डूब गए।