समाज सेवा के लिए प्लेटफार्म चाहिए, मुझे पैसों की भूख नहीं - आनंद मिश्र
- आईपीएस आनंद मिश्र ने डुमरांव में आयोजित किया जन संवाद कार्यक्रम, बोले मैं किसी के बहकावे में नहीं बल्कि जमीर की आवाज पर नौकरी छोड़ आया हूं
केटी न्यूज/डुमरांव
मुझे समाज सेवा के लिए एक प्लेटफार्म चाहिए न कि पैसों के लिए मैं राजनीति में आया हूं। आईपीएस रहते भी समाज व देश की सेवा का मौका जरूर था, लेकिन वहां स्वच्छंदता नहीं थी। मैं समाज सेवा के परिधि को बढ़ाने तथा बिहार व बक्सर को विकसित बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित हूं। उक्त बातें आईपीएस आनंद मिश्र ने बुधवार को डुमरांव में अपने जन संवाद कार्यक्रम के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि एक खाकी वाला अनुशासित तथा राष्ट्रभक्त होता है। मुझमें भी वह गुण कुट कुट कर भरा है। उन्होंने कहा कि मैं स्वच्छंदता पूर्वक समाज की सेवा के लिए ही आपके बीच आया हूं। आईपीएस रहते मैने पद पदवी तथा प्रोटोकॉल देखे है। लेकिन जब भी छुट्टियों में गांव आता था तो मुझे अहसास होता था कि हमसे अधिक प्रतिभाशाली युवा भी हमारे समाज में है
जिन्हें सिर्फ मार्गदर्शन व सहयोग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सफलता के उंचाई पर चढ़ने के बाद भी जब मैं अपने पीछे सितारे के रूप में चमकते प्रतिभाशाली युवाओं को देखता तो यह एहसास हुआ कि उन्हें भी वहां होना चाहिए जहां मैं आज हूं, बस इसी सोच के साथ मैं नौकरी छोड़ आ गया हूं। एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि मैं किसी लालच या किसी के बहकावे में नहीं बल्कि जमीन की आवाज सुन यहां आया हूं तथा लौट कर जाने वाला नहीं हूं। सिर्फ चुनाव लड़ना ही मेरा मकसद नहीं है
बल्कि मेरा मकसद है कि बक्सर जिला व पूरे बिहार में विकास की पहिया तेजी से बढ़े। युवाओं को रोजगार मिले, लोगों को स्वास्थ्य व शिक्षा की अच्छी सुविधा मिले। लेकिन, इसके लिए मुझे एक प्लेटफार्म की जरूरत है। मैं अपने सीमित संसाधनों अधिक लोगों की मदद नहीं कर सकता हूं। जिस कारण मैं चुनावी मैदान में उतर रहा हूं। उन्होंने वर्तमान राजनीति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सिर्फ सत्ता के लिए यहां सांट-गांठ और जाति धर्म की बातें होती है। लेकिन लोगों को बुनियादी सुविधाएं भी मयस्सर नहीं हैं।
उन्होंने कहा मैं गड्ढें खोदने की जगह ब्रिज बनाने वाला हूं। चुनाव में जीत मिले या हार में अपने निर्धारित कार्यों को पूरा जरूर करूंगा। उन्होंने अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए लोगों से आशीर्वाद मांगा। मौके पर डुमरांव राज के युवराज शिवांग विजय सिंह, अंबरीश पाठक, रवि मिश्र, राजीव रंजन सिंह, विश्वजीत पाठक, बाल मुकुंद चौबे, अमरेन्द्र तिवारी समेत दर्जनों युवा मौजूद थे।