4 जून को मोदी सरकार दुबारा सत्ता में आई तो... किसे होगा सबसे ज़्यादा फ़ायदा, जानिए
पिछले कुछ सालों में शेयर बाजार में गजब की तेजी देखी गई है। Sensex ने 74,000 का स्तर पार कर लिया है, वहीं Nifty 22,500 के ऊपर कारोबार कर रहा है। कई सेक्टर्स ने ऐसी ग्रोथ दिखाई है जिसकी उम्मीद बहुत कम लोगों ने की थी।
चुनाव नतीजों तक स्थिरता की उम्मीद
एक्सपर्ट ने कहा कि 4 जून को चुनाव नतीजे घोषित होने तक NSE निफ्टी इंडेक्स 21,700 और 22,800 के बीच रह सकता है। पिछले सप्ताह में निफ्टी 1.87 फीसदी की गिरावट के बाद 17 मई को समाप्त सप्ताह तक 1.86% की रिकवरी हुई है। ऐसे में उनका अनुमान सही साबित हो सकता है।
दमदार रिटर्न देने वाले सेक्टर्स
रिपोर्ट के अनुसार, मार्केट विशेषज्ञों का मानना है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोबारा सत्ता में आते हैं तो रेलवे, इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस, इलेक्ट्रिकसिटी और पब्लिक सेक्टर्स की कंपनियों (पीएसयू) में तेजी आएगी। इन सेक्टर्स में निवेश करने वाले निवेशकों को मजबूत रिटर्न मिल सकते हैं।
पहले भी दिया शानदार रिटर्न
इन सेक्टर्स के शेयर पहले से ही शानदार रिटर्न दे चुके हैं। उदाहरण के लिए, एस्ट्रा माइक्रोवेव प्रोडक्ट्स और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स जैसी डिफेंस कंपनियों ने 17 मई, 2023 से अब तक क्रमशः 124% और 194% की बढ़ोतरी दर्ज की है। NIBE लिमिटेड, भारत डायनेमिक्स, डेटा पैटर्न और पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज ने भी क्रमशः 298%, 92%, 81% और 35% का रिटर्न दिया है।
PSU स्टॉक्स ने कराई दमदार कमाई
पिछले एक साल में 50 से अधिक पीएसयू कंपनियों ने 100% से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की है। 387 प्रतिशत की तेजी के साथ Cochin Shipyard के शेयरों ने 16 मई तक सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है। वहीं IRFC, आईएफसीआई, आवास और शहरी विकास निगम (HUDCO), REC ने 300 फीसदी से ज्यादा की तेजी दिखाई है। योगेश मेहता ने कहा कि ऐसे में हम पीएसयू सेक्टर को लेकर उत्साहित हैं। निवेशक डिफेंस, पावर और बैंकिंग सेक्टर्स से स्टॉक चुन सकते हैं।
निवेशकों को सलाह
मेहता ने कहा कि आम चुनाव का कोई भी प्रतिकूल या अप्रत्याशित परिणाम शेयर बाजार में भारी गिरावट ला सकता है। उन्होंने कहा कि कोई भी मार्केट की प्रतिक्रिया की तीव्रता का अनुमान नहीं लगा सकता है। उन्होंने निवेशकों को लॉन्ग टर्म में निवेश और म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सलाह दी। अगर आप कंपनी के फंडामेंटल को समझते हैं तो डायरेक्ट इक्विटी में निवेश कर सकते हैं।
सोना या इक्विटी में निवेश?
मेहता ने कहा कि अगले 10 वर्षों में इक्विटी में बढ़ने की अधिक संभावना है। सोना एक अप्रत्याशित संपत्ति वर्ग है। आंकड़ों से पता चला है कि गोल्ड में पिछले पांच वर्षों में 128% और पिछले एक वर्ष में 20% की तेजी आई है। दूसरी ओर, इक्विटी इंडेक्स BSE Sensex पिछले पांच वर्षों में 97% और पिछले एक साल में 19% बढ़ा है।
शेयर बाजार में हाल की तेजी और आने वाले चुनावों के परिणामों का प्रभाव देखते हुए निवेशकों को समझदारी से निवेश करने की सलाह दी जा रही है। सही सेक्टर्स और कंपनियों में निवेश करने से निवेशकों को लंबे समय में मजबूत रिटर्न मिल सकता है।