ड्यूटी के दौरान रंग-बिरंगी ड्रेस में दिखे पुलिसवाले तो होगा बड़ा एक्शन, सख्त हुआ मुख्यालय

बिहार में ड्यूटी के दौरान वर्दी नहीं पहननेवाले पुलिसकर्मियों की अब खैर नहीं है।बिहार पुलिस मुख्यालय ने सख्त लहजे में कहा है कि ड्यूटी के समय वर्दी की जगह रंग-बिरंगे सिविल ड्रेस पहननेवाले पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी।

ड्यूटी के दौरान रंग-बिरंगी ड्रेस में दिखे पुलिसवाले तो होगा बड़ा एक्शन, सख्त हुआ मुख्यालय
Bihar police

केटी न्यूज़/बिहार

बिहार में ड्यूटी के दौरान वर्दी नहीं पहननेवाले पुलिसकर्मियों की अब खैर नहीं है।बिहार पुलिस मुख्यालय ने सख्त लहजे में कहा है कि ड्यूटी के समय वर्दी की जगह रंग-बिरंगे सिविल ड्रेस पहननेवाले पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी। मुख्यालय ने पुलिसकर्मियों में बढ़ते सिविल ड्रेस पर सख्त नाराजगी व्यक्त की है। 

पुलिसकर्मियों पर अधिकतर हमले पुलिस ड्रेस में नहीं रहने के दौरान ही किए जाते हैं। लोगों को ऐसा लगता है कि पुलिस की संख्या कम है। ऐसे में उनके ऊपर यदि हमला भी कर दिया जाए तो कुछ खास प्रभाव तत्काल नहीं पड़ेगा। कई बार ऐसे मामले प्रकाश में आ चुके हैं। इस संबंध में पुलिस मुख्यालय से पत्र मिलने की पुष्टि करते हुए भागलपुर के एसपी ने कहा कि ड्यूटी के दौरान वर्दी नहीं पहननेवाले पुलिसकर्मियों की पहचान की जा रही है। यह लापरवाही है,किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।ड्यूटी के दौरान वर्दी नहीं पहनने की वजह से अनुसंधान प्रभावित होने के साथ-साथ आमजनों को भी पुलिस पर भरोसा नहीं होता है। 

विभिन्न जिलों से आये वीडियो की जांच के बाद पता चला है कि पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान ड्रेस में नहीं रहते हैं। इसको लेकर पुलिस मुख्यालय से प्रत्येक जिले के पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है, जिसमें मामले की मॉनिटरिंग करने के साथ, ड्यूटी के दौरान पुलिस ड्रेस नहीं पहननेवाले पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है।

पुलिस मुख्यालय द्वारा भेजे गए पत्र में यह भी कहा गया है कि अक्सर देखा जाता है कि कमांडो और जंगल ड्रेस पहननेवाले पुलिसकर्मी ऐसे ड्रेस को पहनने से काफी परहेज कर रहे हैं। इसकी जगह वह सादे लिबास के रंग-बिरंगे कपड़े पहन रहे हैं। ड्यूटी के दौरान इस तरह के कपड़ा पहनना वर्जित है। यदि कोई पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान वर्दी नहीं पहना है तो उनके खिलाफ कार्रवाई करने के साथ इसकी सूचना भी पुलिस मुख्यालय को समर्पित करने के लिए कहा गया है।