कोरानसराय में 27 लाख 85 हजार की लागत से बनेगा ग्रामीण हाट, डीडीसी ने किया शिलान्यास
- हाट में बनाए जाएंगे 76 दुकान, विक्रेताओं को सड़क किनारे सब्जी व फल बेचने से मिलेगी मुक्ति
केटी न्यूज/डुमरांव
कोरानसराय बाजार में अब फल तथा सब्जी बेचने वाले दुकानदारों को कड़ी धूप, शीतलहर व बरसात में सड़क किनारे बैठ सब्जी व फल बेचने से जल्दी ही मुक्ति मिलेगी। मनरेगा के ग्रामीण हाट योजना के तहत अब कोरानसराय में ग्रामीण हाट बनेगा। रविवार को बक्सर के उप विकास आयुक्त डॉ महेंद्र पाल ने इस योजना का शिलान्यास किया।
योजना के तहत 27 लाख 85 हजार 973 रूपए की लागत से आठ फीट लंबा व छह फीट चौड़ा कुल 76 दुकान बनाए जाएंगे। जिसका लाभ कोरानसराय के साथ ही मठिला, आथर, अरियांव, खेवली, मुगांव आदि पंचायतों के सब्जी व फल उत्पादकों, विक्रेताओं तथा आम लोगों को राहत मिलेगा। शिलान्यास के बाद डीडीसी डॉ पाल ने कहा कि यह हाट इस इलाके के सामाजिक, आर्थिक व सांस्कृतिक विकास का सूत्रपात करेगा।
उन्होंने कहा कि कोरान सराय पंचायत डुमरांव प्रखंड के तीन पंचायत, चौगाई प्रखंड के एक पंचायत एवं नावानगर का केंद्र बिंदु है। कोरान सराय के पूरब में अरियांव एवं खेवली पंचायत, पश्चिम में मठिला, उत्तर में मुगांव एवं दक्षिण में आथर है। पंचायतो में ग्रामीण हाट के अनुपलब्धता के कारण आम जन को कोरान सराय में सड़क के किनारे एवं खाली मैदान में अव्यवस्थित तरीके से फुटकर विक्रेता दैनिक बाजार लगाकर सामानों की बिक्री करते हैं।
सड़क के किनारे फुटकर विक्रेता के द्वारा दुकान लगाने से यातायात प्रभावित होता है तथा हर समय दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। इस पंचायत के इस स्थल पर कई वर्षों से स्थानीय कृषकों द्वारा रविवार, मंगलवार, बुधवार एवं शुक्रवार को अपने सामानों की बिक्री की जाती है। इसके अतिरिक्त प्रतिदिन भी सामानों की बिक्री की जाती है। लेकिन चबूतरा एवं शेड नहीं रहने के कारण बरसात के दिनों में एवं धूप में स्थानीय दुकानदारों एवं ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मनरेगा योजना के तहत कराया जा रहा है निर्माण
कोरान सराय में इस हाट का निर्माण मनरेगा अंतर्गत ग्रामीण हाट योजना के तहत करवाया जा रहा है। डीडीसी ने बताया कि इस योजना के तहत प्राक्कलित राशि से 76 दुकानों के साथ ही दुकानदारों व ग्राहकों के मुलभूत सुविधाओं का ख्याल भी रखा गया है। उन्होंने बताया कि हाट में चापाकल, शौचालय एवं सोख्ता का भी निर्माण किया जाएगा। नडेप में सड़े गले सब्जी एवं फल का निस्तारण किया जाएगा। जिससे कंपोस्ट तैयार किया जाएगा।
पांच पंचायतों के हजारों की आबादी को मिलेगा लाभ
डीडीसी ने बताया कि ग्रामीण हाट के निर्माण से आस पास के 5 ग्राम पंचायतों के स्थानीय 76 दुकानदार तथा कृषक सीधे लाभान्वित होंगे। वहीं हजारों की आबादी को भी इस हाट में सामानों को खरीदने में सुविधा मिलेगी। उन्हें अब धूप या बारिश में भींगते हुए सब्जी, फल तथा अन्य सामान खरीदने से मुक्ति मिल जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह योजना ग्रामीण आजीविका संवर्धन के लिए अत्यंत ही उपयोगी है। आने वाले समय में ग्राम पंचायत का सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में इस ग्रामीण हाट का बड़ा योगदान होगा तथा ग्राम पंचायत को राजस्व की भी प्राप्ति होगी।