रेल नियमों की अनदेखी, बेखौफ टैक पार करते है यात्री, दुर्घटना की बनी रहती है संभावना

रेल नियमों की अनदेखी, बेखौफ टैक पार करते है यात्री, दुर्घटना की बनी रहती है संभावना

- पर्व त्योहारों में बढ़ गया है टेªनों व स्टेशनों पर भीड़

केटी न्यूज/डुमरांव  

दीपावली व छठ पर्व को लेेकर ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ बढ़ गयी है। ट्रेन पकड़ने के लिए काफी तादाद में रेल यात्री बेखौफ होकर रेलवे ट्रैक पार कर ट्रेनों में चढ़ते-उतरते है। ऐसी स्थिति में हादसों का डर बना रहता है। यात्रियों द्वारा रेल नियमों की अनदेखी तथा रेल प्रशासन की उदासीनता किसी दिन बड़े हादसें का कारण बन सकती है। बताया जाता है कि स्थानीय रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पकड़ने वाले यात्री ओवरब्रिज का प्रयोग नहीं कर आसान रास्ता अपनाते हुए ट्रैक पार करते है।

ऐसे लोगों की लापरवाही हादसे को दावत देती है। यात्री कहते है कि संकीर्ण ओवरब्रिज पर चढ़ने-उतरने से ट्रेन छूटने का भय बना रहता है और स्टेशन पर आने-जाने के लिए यात्री रेल ट्रैक पार करना पसंद करते है। हालांकि रेल यात्रियों से रेल लाइन पार नहीं करने का रेल प्रशासन अपील करता है। बावजूद यात्री नियमों की अनदेखी करते है और जान-माल की परवाह किये बगैर रेलवे ट्रैक पर बैठ कर ट्रेन आने की इंतजार भी करते है। ऐसी स्थिति में रेल पुलिस ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं करती, जिससे इनका हौसला बढ़ जाता है। बताया जाता है कि रेलवे विभाग द्वारा ट्रेन की पटरियां पार करने के खिलाफ कई बार जागरूकता अभियान चलाया गया लेकिन विभाग के इस अभियान को नजरअंदाज कर देते है और कई बार ट्रैक पार करते यात्री हादसे के शिकार बन जाते है।

यात्री कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह कहते है कि ट्रैक की घेराबंदी करने के लिए कई बार डिवाइडर लगाने के लिए रेल विभाग से मांग की गयी है लेकिन विभाग इस मामले में उदासीन बना है। हादसे की रोकथाम के लिए ट्रैकों की घेराबंदी बेहद जरूरी है। बता दें कि स्थानीय रेलवे स्टेशन पर टिकट काउंटर के पीछे से पूर्वी रेलवे क्रासिंग तक कही भी घेराबंदी नहीं की गई है। जबकि यह एक बड़ा इलाका है जहां से हर दिन सैकड़ो यात्री टैªक पार कर प्लेटफार्म पर आते जाते है। यात्रियों की यह लापरवाही तथा स्थानीय रेल प्रशासन की उदासीनता किसी दिन बड़े हादसें का कारण बन सकती है।