अंतरराष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता : गाजीपुर के खिलाड़ियों का गोवा में उम्दा प्रदर्शन

अंतरराष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता : गाजीपुर के खिलाड़ियों का गोवा में उम्दा प्रदर्शन

11 साल वर्ग में आदित्य, 13 साल वर्ग में आशुतोष व 14 साल  में आदित्य वर्धन को मिला गोल्ड मेडल

केटी न्यूज/गाजीपुर

गोवा में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन पांच व छह नवंबर 2022 को किया गया। जिसमें जनपद के चार खिलाड़ी चयनित हुए थे। जिसमें से 16 वर्ष के वर्ग में विकास यादव को काता में सिल्वर मेडल और कूमीते में कांस्य पदक मिला। इसी क्रम में 11 साल के वर्ग में आदित्य कुमार काता में गोल्ड मेडल हासिल किया तथा 13 साल के वर्ग में आशुतोष शर्मा को कांता इवेंट में गोल्ड मेडल प्राप्त हुआ। 14 साल के वर्ग में आदित्य वर्धन चौरसिया को काता में गोल्ड मेडल तथा फाइट में सिल्वर मेडल हासिल हुआ। इस प्रकार गाजीपुर को तीन गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रोंज मेडल प्राप्त हुआ है। प्रशिक्षक अंबिका भारद्वाज ने बताया कि प्रतियोगिता में बहुत ही कड़ा मुकाबला था। देश -विदेश की टीमें भाग ली थीं। जिसमें गाजीपुर के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया, जो की बहुत ही सराहनीय है।

14 वर्ष के वर्ग में आदित्य वर्धन चौरसिया ने ऐसे में चार राउंड निकाला, लेकिन फाइनल राउंड में उनका स्वास्थ्य साथ नहीं दिया। चोट लगने की वजह से फाइनल राउंड नहीं खेल पाए। इसकी वजह से उनको सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा। हमारे लिए बड़े गर्व की बात है कि गाजीपुर से कराटे खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना दमखम दिखा रहे हैं। उन्हें और तरासने की जरूरत है। हम सभी खिलाड़ियों को शानदार जीत की बधाई देते हैं। अब कराटे खेल को गाजीपुर में बढ़ावा देने की जरूरत है। इस पर हम खिलाड़ियों को और अभिभावकों को ध्यान देना चाहिए। कराटा खेल ऐसा फिल्म है। जिसमें खिलाड़ी का स्वास्थ्य और मानसिक विकास दोनों बेहतर होता है। खिलाड़ी का कॉन्फिडेंस सेल्फ डिफेंस और सकारात्मक सोच की उत्पत्ति होती है। राष्ट्रीय प्रमाणित कौन और राष्ट्रीय प्रमाणित रेफरी तथा पांचवीं डायन ब्लैक बेल्ट प्रशिक्षक अंबिका भारद्वाज ने कराटे कला को एक खेल भावना से खेलने के लिए हमेशा प्रेरित करते रहते हैं। यह कराटे में जो नए नियम लागू हुए हैं तथा जो नई-नई टेक्निकल चीजें उभर कर आई हैं उस पर खिलाड़ियों को ज्यादा जोर देने की जरूरत है। क्योंकि आज  कराटे को स्पोर्ट भावना से खेलना चाहिए और अपने माता-पिता और जनपद और देश का नाम रोशन करना चाहिए।