लालू प्रसाद यादव ने 'सारण संसदीय लोकसभा' से किया नामांकन,क्या रोहिणी आचार्य और राजीव प्रताप रूडी को हरायेंगे

शुक्रवार को सारण संसदीय लोकसभा क्षेत्र से 46 वर्षीय लालू प्रसाद यादव ने 'राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी' के प्रत्याशी के रूप में नामजदगी का पर्चा दाखिल किया।

लालू प्रसाद यादव ने 'सारण संसदीय लोकसभा' से किया नामांकन,क्या  रोहिणी आचार्य और राजीव प्रताप रूडी को हरायेंगे
Lalu Parsad Yadav

केटी न्यूज़/पटना

शुक्रवार को सारण संसदीय लोकसभा क्षेत्र से 46 वर्षीय लालू प्रसाद यादव ने 'राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी' के प्रत्याशी के रूप में  नामजदगी का पर्चा दाखिल किया।यह खबर हैरान करने वाली है।

रोहिणी आचार्य के पिता खुद लालू यादव हैं, तो हम आपको बता दें कि ये वाले लालू यादव, राजद सुप्रीमो नहीं हैं।ये लालू प्रसाद यादव के हम नाम हैं, जो हर चुनाव लड़ते हैं और हार का सामना भी करते हैं।लालू प्रसाद यादव ऐसे शख्स हैं जो 12 बार चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने अब 13वां चुनाव लड़ने के लिए नामांकन किया है।पिछले लोकसभा चुनाव में इन्होंने 14000 वोट हासिल किया था। अब एक बार फिर लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव के हमनाम लालू यादव चुनाव लड़ने के लिए मैदान में आ गए हैं।लालू यादव का हमनाम होने के कारण अच्छा खासा वोट भी इनको मिल जाता है।

सारण से नामांकन दाखिल करने वाले लालू यादव राजपा से प्रत्याशी हैं। लालू प्रसाद यादव की कर्मस्थली सारण में लालू के हमनाम होने का ये बखूबी फायदा उठाते हैं। साल 2001 से लगातार हर स्तर के चुनाव में ये नामांकन करते हैं, चुनाव लड़ते हैं। वह चाहे पंचायत स्तर का हो, विधानसभा का हो, विधान परिषद, लोकसभा या राष्ट्रपति का चुनाव क्यों न हो। ये सभी जगह अपनी किस्मत आजमाते रहते हैं। हालांकि आज तक किसी भी चुनाव में इन्होंने विजय का स्वाद नहीं चखा है। लेकिन राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के हमनाम का होने के कारण मीडिया की सुर्खियां जरूर बटोर लेते हैं।लालू यादव एक बार फिर छपरा के चुनावी समर में कूद चुके हैं। वो राजीव प्रताप रूडी और रोहिणी को टक्कर देने की बात कह रहे हैं। हालांकि इनका भविष्य क्या होगा यह आने वाला वक्त बताएगा।

इस बार नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए लालू यादव ने कहा कि उनकी जीत निश्चित है। इस बार लोगों ने उन्हें जिताने का मन बना लिया है। लालू यादव मढौरा के रहने वाले हैं। उनके चुनाव में उम्मीदवार बनने से सबसे ज्यादा नुकसान राजद के प्रत्याशी को होता है। कई बार वोटर राजद सुप्रीमो समझकर इनके नाम पर वोटिंग कर देते हैं।इसी सीट से राजद उम्मीदवार रोहिणी आचार्य और बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी भी मैदान में हैं।