थाना से महज 500 मीटर के दायरे में मकान तोड़ भू-मॉफियाओं ने पुलिस को दी चुनौती

डुमरांव के ढेलवानी मोहल्ला स्थित मिल्लतनगर में रविवार की देर रात एक निर्माणाधीन मकान को जेसीबी से ढहाने वाले दबंग भू-मॉफिया दूसरे दिन भी पुलिस पकड़ से बाहर है, जबकि पूर्व में भी पीड़ित परिवार द्वारा उनपर हथियार के बलपर निर्माणाधीन मकान का पिलर तोड़ने व मारपीट के आरोप में दो बार केस दर्ज करा चुके है

थाना से महज 500 मीटर के दायरे में मकान तोड़ भू-मॉफियाओं ने पुलिस को दी चुनौती

- दूसरे दिन भी गिरफ्तार नहीं हो सकें है निर्माणाधीन मकान तोड़ने वाले

- डरा सहमा है परिवार, घटना को अंजाम देने से पहले सीसीटीवी तोड़ सबूत नहीं छोड़ने का किया गया है प्रयास

- दो महीने से चल रहा है हिंसक झड़प व तोड़फोड़ का खेल

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव के ढेलवानी मोहल्ला स्थित मिल्लतनगर में रविवार की देर रात एक निर्माणाधीन मकान को जेसीबी से ढहाने वाले दबंग भू-मॉफिया दूसरे दिन भी पुलिस पकड़ से बाहर है, जबकि पूर्व में भी पीड़ित परिवार द्वारा उनपर हथियार के बलपर निर्माणाधीन मकान का पिलर तोड़ने व मारपीट के आरोप में दो बार केस दर्ज करा चुके है, बावजूद तीसरी दफा भी दबंगो ने उक्त परिवार के निर्माणाधीन भू-खंड पर जेसीबी चलवा जमींदोज करने का दुस्साहस दिखा स्थानीय पुलिस को खुली चुनौती दे डाली है।

बता दें कि मिल्लत में फातमा खातून पति मुस्तफा अंसारी ने वर्ष  2019 में तीन कट्ठा का एक भू-खंड खरीदा था, लेकिन भू-मॉफियाओं ने उक्त जमीन का फर्जी जमाबंदी के आधार पर लालाटोली के दीपू कुमार पिता लक्ष्मण प्रसाद को बेच दिया। दोनों के बीच का विवाद डीसीएलआर कार्यालय भी पहंुचा था, जहां डीसीएलआर ने फातमा के पक्ष में फैसला सुनाया था तथा फातमा का दाखिल खारिज भी हुआ। उक्त जमीन पर फातमा एक गैराज बनवाई थी तथा मकान का निर्माण करवा रही थी।

पूर्व में दो बार हो चुका है विवाद 

पीड़िता फातमा ने बताई कि डीसीएलआर के फैसले के बाद भी उक्त भू-खंड पर मकान निर्माण के दौरान पूर्व वार्ड पार्षद नसीम अंसारी उर्फ गोरख तथा उसके लोग बार-बार विवाद खड़ा करते आ रहे है। इसी कड़ी में 26 नवंबर 2024 को दबंगों ने उक्त भू-खंड पर हमला कर निर्माणाधीन पिलर को तोड़ डाला था तथा मकान निर्माण करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। इसके बाद 10 जनवरी 2025 को पीड़िता के पुत्रों सरफराज आलम व शहनाज आलम के साथ गोरख तथा उसके लोगों ने मारपीट की थी। दोनों मामले में डुमरांव थाने में एफआईआर दर्ज कराया गया है।

दबंगों को नहीं है पुलिस का भय

दो बार घटना को अंजाम देने के बावजूद दबंगों ने दुस्साहस का परिचय देते हुए तीसरी बार भी उसके निर्माणाधीन मकान को जेसीबी से तोड़ पुलिस को खुली चुनौती दे डाली है। रविवार की रात की घटना के बाद यह साफ हो गया है कि उन्हें पुलिस का डर नहीं है। बार-बार कानून को हाथ में ले वे इस बात को साबित कर चुके है। हालांकि, पूर्व की घटनाओं के साथ ही इस घटना के 48 घंटे बाद भी उनकी गिरफ्तारी नहीं होने से कई सवाल खड़े हो रहे है।

प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद नहीं कम हो रहे है जमीन विवाद के मामले

पुलिस प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद डुमरांव में जमीन विवाद व फर्जीवाड़े के मामले कम होने के नाम नहीं ले रहे है। बता दें कि जमीन विवाद को सुलझाने के लिए सरकार के निर्देश पर हर शनिवार को थानों में जनता दरबार को आयोजन किया जा रहा है, ताकी जमीन विवाद के मामले कम हो और हिंसक झड़प न हो पाए, लेकिन डुमरांव में जमीन विवाद के मामले कम होने के नाम नहीं ले रहे है। वही, जानकारों का कहना है कि मिल्लत नगर के जिस खाता के लिए विवाद हुआ है, उस पर पूर्व में भी ऐसे विवाद हो चुके है। जानकार बताते है कि यदि पुलिस प्रशासन भू-मॉफियाओं पर सख्ती नहीं दिखाएगी तो आने वाले दिनों मेें कई और हिंसक संघर्ष होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। 

कहते है थानाध्यक्ष

इस घटना को पुलिस ने चुनौती के रूप में लिया है। जिन लोगों पर एफआईआर दर्ज कराया गया है, उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। वही, घटना में शामिल अज्ञात लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है। जल्दी ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कानून हाथ में लेने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी।