बक्सर में महागठबंधन का चक्का जाम, मतदाता सूची पुनरीक्षण के खिलाफ उठी आवाज
बिहार में चुनाव आयोग द्वारा शुरू किए गए मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के खिलाफ महागठबंधन के आह्वान पर बुधवार को बक्सर में चक्का जाम किया गया। राजद, वीआईपी, कांग्रेस और अन्य घटक दलों के नेताओं ने सड़कों पर उतरकर इस कार्रवाई को लोकतंत्र के खिलाफ बताया और केंद्र सरकार व एनडीए पर गंभीर आरोप लगाए।

-- चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप, नेताओं ने एनडीए को घेरा
केटी न्यूज/बक्सर
बिहार में चुनाव आयोग द्वारा शुरू किए गए मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के खिलाफ महागठबंधन के आह्वान पर बुधवार को बक्सर में चक्का जाम किया गया। राजद, वीआईपी, कांग्रेस और अन्य घटक दलों के नेताओं ने सड़कों पर उतरकर इस कार्रवाई को लोकतंत्र के खिलाफ बताया और केंद्र सरकार व एनडीए पर गंभीर आरोप लगाए।
इस दौरान ज्योति चौक सभी पार्टी के नेता सड़क पर बैठ चक्का जाम कर दिया और जमकर नारेबाजी की।सड़क जाम से शहर में कोई व्यापक असर नही रहा। सभी दुकाने खुली रही। वही, ग्रामीण क्षेत्रों में वाहन चलते रहे। हालांकि, शांतिपूर्ण चक्का जाम में नेताओ ने केंद्र व राज्य सरकार पर जमकर कोसा।
सदर विधायक संजय तिवारी ने कहा कि एनडीए की सरकार बिहार में हार के डर से घबराई हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग के जरिए विपक्षी मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से हटवाने की साजिश हो रही है। यह लोकतंत्र के खिलाफ एक षड़यंत्र है, उन्होंने कहा। बिहार की जनता बेरोजगारी, महंगाई और पलायन जैसे मुद्दों से त्रस्त है, इसलिए एनडीए को सत्ता से बाहर होना तय है।
वीआईपी पार्टी के जिला प्रभारी बच्चा लाला निषाद ने भी एनडीए पर हमला बोलते हुए कहा कि ष्बिहार के चार करोड़ गरीबों का वोट काटने की योजना बनाई जा रही है। लेकिन हम चुप नहीं बैठेंगे, अगर फैसला वापस नहीं हुआ तो राज्यभर में बड़ा जनांदोलन होगा। राजद नेता ने भी चक्का जाम के दौरान कहा कि यह आंदोलन बिहार के गरीब, मजदूर और दलित तबकों की आवाज को दबाने के खिलाफ है। उन्होंने इसे वोट का अपहरण करार दिया।
चक्का जाम के चलते बक्सर में कई स्थानों पर यातायात बाधित रहा। स्थानीय प्रशासन की ओर से शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल तैनात किए गए थे। महागठबंधन नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि पुनरीक्षण अभियान को वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।