महर्षि विश्वामित्र ने ही प्रभु श्रीराम को बनाया था धर्नुविद्या में दक्ष - अश्विनी कुमार चौबे
- ऐतिहासिक किला मैदान में विश्वामित्र महोत्सव का हुआ भव्य उद्घाटन
- बिहार सरकार के कला संस्कृति व युवा विभाग द्वारा आयोजित किया गया था महोत्सव
केटी न्यूज/बक्सर
बक्सर की धरती पावन है। यहां तपस्या करने वाले महर्षि विश्वामित्र ने ही प्रभु श्रीराम व उनके अनुज लक्ष्मण को धर्नुविद्या में दक्ष बनाया था। बक्सर की धरती आध्यात्मिक व पौराणिक रूप से काफी समृद्ध है। उक्त बातें केन्द्रीय मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने बुधवार को किला मैदान में कही।
अवसर था बिहार सरकार के कला संस्कृति व युवा विभाग द्वारा आयोजित विश्वामित्र महोत्सव के उद्घाटन का। उन्होंने कहा कि बक्सर महर्षि विश्वामित्र की तपोस्थली रही है। यही पर रहकर उन्होंने ही पहली बार गायत्री महामंत्र का उच्चारण किया था। वे प्रभु श्रीराम तथा उनके भाई लक्ष्मण के गुरू भी रहे है।
केन्द्रीय मंत्री ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए बिहार सरकार, कला संस्कृति मंत्रालय व जिला प्रशासन का धन्यवाद देते हुए कहा कि जिला प्रशासन ने इस कार्यक्रम को न सिर्फ आयोजित करवाया बल्कि कार्यक्रम में भव्यता लाने के लिए दर्जनों स्तरीय व चर्चित कलाकारों को आमंत्रित भी किया। उन्होंने कहा कि हमने यही पर प्रभु श्रीराम की दुनिया की सबसे विशाल मूर्ति बनाने का संकल्प लिया था
और आज उनके गुरू रहे महर्षि विश्वामित्र का मंडपम भी सजा रहे है। यह हमारे के लिए सौभाग्य की बात है। इसके पूर्व केन्द्रीय मंत्री के साथ बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल, रांची हाई कोर्ट के न्यायाधीश डॉ. एसएन पाठक, डीडीसी डॉ. महेन्द्र पाल, नगर परिषद की चेयरमैन कमरून निशा, बक्सर सदर अंचल के सीओ आदि ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
महोत्सव से युवाओं में महर्षि विश्वामित्र के प्रति बढ़ेगी रूचि
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इस आयोजन से युवाओं में महर्षि विश्वामित्र के प्रति जानने की ललक बढ़ेगी। युवाओं में अपने धर्म संस्कृति के प्रति चेतना जगाना भी इस कार्यक्रम का एक उदेश्य है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जब युवाओं में महर्षि विश्वामित्र के प्रति प्रेरणा जगेगी तो बक्सर फिर से ज्ञान विज्ञान का गढ़ बनेगा। उन्होंने आयोजन को सफल बनाने तथा बड़ी संख्या में भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए जिला प्रशासन का धन्यवाद दिया।
स्थानीय कलाकारों के लिए बेहतर मंच है यह महोत्सव - डीएम
वही डीएम अंशुल अग्रवाल ने कहा कि विश्वामित्र महोत्सव में स्थानीय कलाकारों को तरजीह दी गई है। यह महोत्सव स्थानीय व उभरते कलाकारों के लिए एक बेहतरीन मंच साबित होगा तथा उन्हें अपनी कला का प्रदर्शन करने के इससे बढ़िया मंच नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन ने एक सप्ताह पहले से तैयारी शुरू कर दी थी। इसके अलावे कला व संगीत जगत से जुड़े लोगों ने भी इसे बेहतर बनाने में योगदान दिया है।
देर रात तक चला महोत्सव, कलाकारों ने बिखेरा जलवा
कार्यक्रम में देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रम चलते रहा। जिसमें स्थानीय कलाकारों की शानदार प्रस्तुति रही। इसके अलावा बॉलीवुड के भी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी, लिटिल स्टार आर्यन बाबू ने खूब तालियां बटोरी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत स्पीड डांस ग्रुप से हुई। ताड़का वध नाटिका,
लिटिल स्टार आर्यन बाबू, साकार कलाकृति डांस गु्रप की प्रस्तुति, विनोद राठौर व चांदनी मुखर्जी की प्रस्तुति सहित कई अन्य कलाकारों व कला ग्रुपों ने अपनी-अपनी प्रस्तुति से वाहवाही लूटी। इस दौरान लिटल स्टार आर्यन बाबू की प्रस्तुति से की लोगों नने जमकर सराहना की।