राजपुर के अकबरपुर में मनेगा अतिपिछड़ा कन्या उच्च विद्यालय सह छात्रावास, डीएम ने चयनित किया जमीन
राजपुर के अकबरपुर में मनेगा अतिपिछड़ा कन्या उच्च विद्यालय सह छात्रावास, डीएम ने चयनित किया जमीन
- अकबरपुर के सरकारी जमीन का किया गया चयन
- सीओ को शीघ्र कागजी प्रक्रिया पूरी कर एनओसी देने का मिला निर्देश
अकबरपुर में जमीन का मुआयना करते डीएम
केटी न्यूज/ राजपुर
बक्सर जिले के राजपुर प्रखंड के अकबरपुर गांव में जिले का इकलौता अतिपिछड़ा कन्या उच्च विद्यालय सह छात्रावास बनेगा। रविवार को डीएम अमन समीर ने अपने मातहतों के साथ अकबरपुर पहुंच खाली पड़े पांच एकड़ के सरकारी भूभाग को इस बहुप्रतिक्षित अतिपिछड़ा कन्या उच्च विद्यालय सह छात्रावास के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान की। इसके पहले डीएम ने जिले के सभी प्रखंडों में इस स्कूल और छात्रावास के लिए जमीन की तलाश करवाई थी। लेकिन उनकी तलाश राजपुर के अकबरपुर पंचायत के स्थानीय गांव में जाकर पूरी हुई। जमीन चयन के बाद उन्होंने मौके पर उपस्थित राजपुर अंचल के सीओ सोहन राम को तत्काल कागजी प्रक्रिया पूरी कर एनओसी देने को कहा। एनओसी मिलने के बाद ही इस भूखंड पर विद्यालय निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। गांव में अतिपिछड़ा कन्या उच्च विद्यालय व छात्रावास खुलने की जानकारी होते ही अकबरपुर के ग्रामीणों में हर्ष की लहर दौड़ गई है। वही गांव में जिला पदाधिकारी के साथ ही पूरी प्रशासनिक टीम को देख ग्रामीणों में यह उम्मीद भी जगी है कि उनके गांव में विकास की गंगा बहेगी। इस दौरान डीएम के साथ एसडीओ धीरेन्द्र कुमार मिश्र, राजपुर बीडीओ इंदुबाला, एडीएम, राजस्व पदाधिकारी सुश्री राज, मनरेगा पीओ मो सज्जाद, राजस्वकर्मी बद्री प्रसाद, रामाशंकर राम समेत कई अन्य मौजूद थे।
इस स्कूल में पढ़ सकेंगी अतिपिछड़ा वर्ग में आने वाली छात्राएं
अकबरपुर में खुलने वाले अतिपिछड़ा कन्या उच्च विद्यालय व छात्रावास का लाभ बक्सर जिले के सभी अंचलों के अतिपिछड़ा वर्ग में आने वाली छात्राओं को मिल सकेगा। विभागीय सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक जिले में अतिपिछड़ा छात्रावास खोले जाने की योजना है। बक्सर में जमीन चयन होने के बाद यह उम्मीद बढ़ी है कि यह स्कूल जल्दी ही मूर्त रूप लेगा तथा अतिपिछड़ा वर्ग की कन्याओं को शिक्षा की अलख जगाने में मील का पत्थर साबित होगा।
छात्राओं को मिलेगी अत्याधुनिक सुविधाएं
इस स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं को कई अत्याधुनिक सुविधाएं भी मिलेगी। विभागीय सूत्रों की मानें तो उनके छात्रावास में पेयजल, शौचालय, बाथरूम सहित सभी जरूरी सुविधाएं मिलेंगी इसके अलावे उन्हें स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर, तकनीकी शिक्षा के साथ ही कई अन्य गतिविधियों के माध्यम से दक्ष बनाने का प्रयास किया जाएगा।