जननी ही जीवन की प्रथम गुरू - डॉ. रमेश सिंह
- संत जॉन सीनियर सेकेन्ड्री स्कूल में मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस, छात्रों ने प्रस्तुत किए रंगारंग कार्यक्रम
केटी न्यूज/डुमरांव
मां हमें जन्म देने के साथ ही हमारी प्रथम गुरू भी होती है। जीवन में मां का स्थान कोई दूसरा नहीं ले सकता है। उक्त बातें संत जॉन सीनियर सेकेंड्री स्कूल के डायरेक्टर सह शिक्षाविद् डॉ. रमेश सिंह ने शनिवार को विद्यालय परिसर में कही। अवसर था विद्यालय परिवार द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस का। उन्होंने कहा कि मां बच्चों को नौ महीने तक पेट में पालने के साथ ही जन्म लेने पर पालन पोषण करती है तथा प्रारंभिक संस्कारों को भी बच्चों को बताती है।
उन्होंने कहा कि हमारे शास्त्रों में मां का स्थान पिता से हजार गुना अधिक बताया गया है। इसके पूर्व अंतर्राष्ट्रीय मां दिवस पर विद्यालय में आई छात्र-छात्राओं की मां को गुलाब का फूल देकर सम्मानित किया गया। मौके पर छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम की शुरूआत छात्र-छात्राओं की माताओं का वेलकम के बाद केक काट किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत लोरी गाकर की गई। इसके बाद बारी बारी से ’मम्मी हमे स्कूल नहीं जाना, प्यारी मां मेरी मां मेरे रब, जिस देश में गंगा बहती है, लूंगी डांस जैसे एकल व सामूहिक गीतों से छात्र-छात्राओं ने समां बांध दिया। वही छात्रों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मातृ दिवस पर हिंदी व अंग्रेजी में अपने विचार भी व्यक्त किए गए। विद्यालय मैनजमेंट टीम के राज सिंह व शुभम सिंह ने इस मौके पर छात्र-छात्राओं को माता दिवस की बधाई देते हुए उन्हें अपने मां का सम्मान करने की सीख दी गई।
शुभम ने कहा कि भारतीय दर्शन में मां का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है। उन्होंने कहा कि जननी के अलावे मातृभूमि, भारत माता, गाय व गंगा को भी मां का दर्जा प्राप्त है। हमें इनका भी वैसा ही सम्मान करना चाहिए, जैसा अपनी मां का करते है। कार्यक्रम में मंच संचालन वर्ग नौ के छात्रसचिन दूबे व वर्ग दस की छात्रा अदिती तिवारी ने किया।
मौके पर निशा सिंह, प्रिंसपल साक्षी सिंह, आशीष शर्मा, आशीष पांडेय, शुभम पांडेय, रमेश मिश्र, अश्विनी ओझा, मनीष उपाध्याय, सौरभ ओझा, अजीत कुमार, अतुल आनंद, प्रदूमन कुमार, राजबीर चौधरी, धनजी दूबे, नेहा कुमारी, नेहा शर्मा, संगीता कुमारी, अनिता उपाध्याय समेत कई अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा छात्रों की माताएं उपस्थित थी।