जमीन विवाद में कंक्रीट के पीलर से कूच की गई थी दूध विक्रेता की हत्या, आरोपी गिरफ्तार
23 जुलाई की रात मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महदह गांव में अपने घर के बाहर दरवाजे पर सो रहे दूध विक्रेता मनोज यादव की निर्मम हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है
- एसपी ने प्रेस वार्ता आयोजित कर दी जानकारी, न्यायलय द्वारा मृतक के पक्ष में सुनाया गया था फैसला, प्रतिशोध में पड़़ोसी ने दिया घटना को अंजाम
- 23 जुलाई की रात मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महदह गांव में दरवाजे पर सोए दूध विक्रेता मनोज यादव की हुई थी निर्मम हत्या
केटी न्यूूज/बक्सर
23 जुलाई की रात मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महदह गांव में अपने घर के बाहर दरवाजे पर सो रहे दूध विक्रेता मनोज यादव की निर्मम हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। जमीन विवाद में उसके पक्ष में न्यायालय द्वारा फैसला सुनाए जाने से खारा खाए उसके पड़ोसी ने ही कंक्रीट के पिलर से कूच उसकी नृसंश हत्या कर दी थी। पुलिस ने तकनीकी साधनों, ग्रामीण सूत्रों तथा परिजनों से पूछताछ के आधार पर मिली जानकारी के अनुसार उसे आरोपी विनय यादव पिता सुनील कुमार यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वही, उसके निशानदेही पर पुलिस ने हत्याकांड में प्रयुक्त कंक्रीट के पिलर को भी बरामद कर लिया है। गुरूवार को एसपी मनीष कुमार ने प्रेस वार्ता आयोजित कर इसकी जानकारी दी। उन्हांे बताया कि मृतक के घर के पीछे ही आरोपी विनय यादव का घर है। दोनों के बीच पूर्व से जमीन विवाद चला आ रहा था। जिसमें न्यायालय द्वारा मनोज के पक्ष में फैसला सुनाया गया था। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि केस जीतने के बाद से ही मनोज अक्सर उसे ताना देता था। जिससे उसके मन मंे प्रतिशोध की भावना जगी तथा वह 23 जुलाई की रात जब वह अपने घर के बाहर सो रहा था तो सोए अवस्था में ही कंक्रीट के एक भारी पिलस से उसके सर, चेहरे तथा शरीर के अन्य हिस्सों पर ताबड़तोड़ वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। हालांकि, उसके वार के बाद मनोज की सांसे अहले सुबह तक चल रही थी। लेकिन अस्पताल ले जाने के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
सदर डीएसपी के नेतृत्व में गठित किया गया था टीम
एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड के बाद तत्काल सदर डीएसपी धीरज कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित कर मामले के उद्भेदन का निर्देश दिया गया था। टीम में सदर डीएसपी के अलावे मुफस्सिल थाना के थानाध्यक्ष अरविंद कुमार, पुअनि चंदन कुमार तथा मुफस्सिल थाने की सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे। इस टीम ने एक सप्ताह में ही इस मामले का उद्भेदन करते हुए आरोपी को बुधवार की देर शाम ही गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल भी कर लिया है। एसपी ने बताया कि आवश्यक पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। गौरतलब हो कि इस हत्याकांड को पुलिस ने चुनौती के रूप मंे लिया था तथा गुत्थी सुलझाने के लिए डॉग स्क्वाड तथा एसएफएल टीम का भी सहारा लिया था। लेकिन, स्थानीय पुलिस ने अपने स्तर से ही इस हत्याकांड का एक सप्ताह में उद्भेदन कर अपराधियों को कड़ा संदेश दिया है।