निर्माणाधीन पुलिया के गड्ढें में बाइक समेत गिरा ग्रामीण चिकित्सक की मौत, दूसरा इलाजरत
न्यूूज/राजपुर चौसा मोहनिया स्टेट हाइवे पर सोनपा नहर के पास सड़क पर निर्माणाधीन पुलिया के गड्ढे में बाइक गिरने से एक ग्रामीण चिकित्सक समेत दो लोग घायल हो गए।
- चौसा मोहनिया स्टेट हाईवे पर सोनपा नहर के पास बुधवार देर शाम की है घटना
- जीविका में कार्यरत पत्नी को बस में बैठा दोस्त के साथ बाइक से लौट रहा था मृतक
केटी न्यूूज/राजपुर
चौसा मोहनिया स्टेट हाइवे पर सोनपा नहर के पास सड़क पर निर्माणाधीन पुलिया के गड्ढे में बाइक गिरने से एक ग्रामीण चिकित्सक समेत दो लोग घायल हो गए। जिन्हें राहगीरों ने गड्ढे से बाहर निकाल आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया। जहा बाइक चालक को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि, दूसरे का इलाज किया जा रहा है। हालांकि, हालात अभी नाजुक बनी हुई है। वही, इस घटना के बाद पहुंची पुलिस बाइक को गडढे से निकाला तथा शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम को भेजा गया। घटना बुधवार की देर शाम की है। मृतक की पहचान इटाढ़ी थाना क्षेत्र के शुक्रवलिया गांव निवासी 33 वर्षीय निर्मल राम पिता स्वर्गीय रामकृत राम एवं जख्मी की पहचान मुन्ना राम पिता शिवनाथ राम के रूप में हुई है। दोनों एक ही बाइक पर सवार होकर कैमूर जिला के नुआंव से वापस अपने गांव आ रहे थे। जानकारी के अनुसार मृतक निर्मल राम पेशे से ग्रामीण चिकित्सक था तथा उसकी पत्नी जीविका में काम करती है। पत्नी को ही नुआंव में जीविका की बैठक में शामिल होना था। जानकारी के अनुसार निर्मल सुबह में अपनी पत्नी को यात्री बस में बैठा पीछे से अपने दोस्त के साथ बाइक से नुआंव गया था। वहा से बैठक समाप्त होने के बाद शाम में पत्नी को फिर से यात्री बस में बैठा खुद दोस्त के साथ बाइक पर बैठ वापस आ रहा था। तभी लगभग 7.30 बजे अंधेरा होने के बाद जैसे ही यह अपनी बाइक से सोनपा नहर पर बने निर्माणाधीन पुलिया के समीप पहुंचा कि अचानक पुल के बीचो-बीच बने गड्ढे में बाइक समेत नीचे जा गिरा। गड्ढे में गिरते ही चीखने चिल्लाने की आवाज सुन सड़क से गुजर रहे लोगों ने इन्हें देखकर किसी तरह से बाहर निकाला एवं ग्रामीणों की मदद से इसे इलाज के लिए सदर अस्पताल बक्सर भिजवाया गया। जहां पहुंचते ही चिकित्सक ने निर्मल राम को मृत घोषित कर दिया। वही, घायल मुन्ना राम का इलाज किया जा रहा है। हालांकि, अभी स्थिति गंभीर बनी हुई है। वही, निर्मल की मौत की खबर मिलते ही उसके परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन शव से लिपट रोने विलखने लगे। सबसे खराब स्थिति उसकी पत्नी का था।
सड़क निर्माण कंपनी के प्रति स्थानीय लोगों में गहराया आक्रोश
इस घटना के बाद ग्रामीणों में निर्माण कंपनी के प्रति आक्रोश गहरा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण कंपनी पुलिया निर्माण में लापरवाही बरत रही है। कई महीनों से पुलिया के गड्ढों को यूंही छोड़ा गया है। गड्ढें के पास न तो कोई इंडिकेशन दिया गया है और न ही इसकी घेराबंदी कराई गई है। जिस कारण अक्सर वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो रहे है। इससे पहले भी आधा दर्जन से अधिक छोटी घटनाएं इस पुलिया के पास हो गई है। इस सड़क मार्ग पर अधिकतर जगहों पर स्थिति काफी खराब है। आधी पुलिया के निर्माण के बाद उसे छोड़ दिया गया है। बनारपुर गांव के बाद इस रोड पर बनाए जा रहे अधिकतर पुलिया का निर्माण कार्य आधा अधूरा पड़ा है। जिस रास्ते से गुजरने वाले नए चालक अनजान होते हैं। जो इस तरह के हादसे का शिकार हो जाते हैं। इस नहर पुल के समीप भी अब तक कोई संकेतक बोर्ड नहीं लगाया गया है। घटना की सूचना पर पहुंचे थाना अध्यक्ष संतोष कुमार मामले की जांच करने के बाद बताया कि कार्य एजेंसी के तरफ से रेडियम युक्त बांस बल्ले से घेराबंदी की गयी है। प्रथम दृष्टया मालूम हो रहा है कि बाइक तेज गति में होने से अनियंत्रित होकर गढ्ढे में गिर गयी। जिससे यह दुर्घटना हो गई। वही दुर्घटनाग्रस्त बाइक को जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।